कोरबा, 02 मई /वैक्सीन कंपनी की तरफ से किये गये दावे का जिक्र करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा यहाँ सभी को वैक्सीन लगा हैं, लेकिन उस कंपनी ने कह दिया कि कुछ प्रतिशत लोग इसे प्रभावित होंगे। पहले समझ नहीं आता था कि चलते-फिरते, अच्छी सेहत के लोग क्यों मर रहे हैं पर अब स्पष्ट हो गया। प्रियंका ने दावा किया कि अब कोविड के सर्टिफिकेट से पीएम मोदी का चेहरा गायव हो चुका हैं।
प्रियंका ने इलेक्टोरल बॉन्ड पर भी अपनी बात रखी। कहा, पहले भाजपा उन कंपनियों पर छापेमारी करती थी और चंदा लेकर छापे बंद कर देती थी। इसी तरह चन्दा लेकर उनके खिलाफ केस बंद या ठन्डे बस्ते में। प्रियंका ने आरोप लगाया कि यह मोदी सरकार की लाई गई भ्रष्टाचार की सबसे बड़ी स्कीम थी। उन्होंने गुजरात के उस कंपनी से भी पैसे लिए थे जिसका पुल गिर गया था और उसमें सैकड़ों लोग बह गए थे।
कोरबा लोकसभा प्रत्याशी ज्योत्सना महंत के समर्थन में न्याय संकल्प सभा करने चिरमिरी पहुंची कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार और मौजूदा राज्य की सरकार पर जमकर निशाना साधा और मोदी सरकार को अरबपतियों, उद्योगपतियों के लिए समर्पित सरकार बताया। प्रियंका ने आरोप लगाया कि भाजपा में दो तरह के नेता हैं, एक ऐसे भ्रष्ट नेता जो दूसरी पार्टियों से उनकी पार्टियों शामिल हो गए है और पाक साफ हो गए हैं और दूसरे वह जो महंगाई, बेरोगारी, गरीबी जैसे मुद्दों के बजाएं दुनियाभर के विषयों पर भाषण देते हैं।
प्रियंका गांधी ने कहा कि आज वह जिस इलाके में आई है वह कोयला खदान का इलाका हैं। इसे इंदिरा गाँधी ने राष्ट्रीयकरण करते हुए सरकार को सौंपा था लेकिन मोदी सरकार ने इनका निजीकरण कर दिया, नतीजतन आज ज्यादातर खदानें बंद हो चुकी है। आज सरकार नहीं बल्कि उद्योगपति आपका वेतन तय कर रहे हैं। ऐसी सरकार आपके प्रति समर्पित नहीं हैं।
प्रियंका गाँधी ने आगे कहा कि यह इलाक़ विकास के मामले में काफी पिछड़ा हैं। यहां बताया गया कि सिर्फ एक ही ट्रेन चलती हैं जबकि एयरपोर्ट यहाँ से काफी दूर हैं। मोदी सरकार ने यहाँ किसी तरह का विकास नहीं कराया जबकि भूपेश बघेल की सरकार ने इलाके को संवारने का प्रयास किया था। वह खुद हेलीकॉप्टर से आई हैं लेकिन उन्हें यहां पहुँचने में 40 मिनट लग गए।
एक दिलचस्प किस्सा सुनाते हुए प्रियंका ने कहा कि एक बार उन्होंने भूपेश बघेल से यूपी के व्यापारियों से बात करने को कहा था, उनकी समस्याओं को जानने को कहा था। भूपेश बघेल जब उनसे बात करने पहुंचे तो वह लोग आश्चर्य में पड़ गए। क्योंकि उनके यहाँ मुख्यमंत्री लोगों से बात नह करते। वह सिर्फ धर्म के नाम पर वोट मांगते हैं और आम लोगों को गुमराह करने की कोशिश करते हैं।