किसी भी स्तर पर पत्रकार हीत से नहीं किया जाएगा समझौता : अवस्थी, प्रताड़ना का पत्रकार करेंगे विरोध, जरूरत पड़ी तो राज्य भर में होगा आंदोलन : नौशाद
कोरबा। पत्रकारिता के क्षेत्र में निष्पक्ष रहकर निर्भीक तौर पर काम कर पत्रकारों के लिए बेहतर वातावरण बनाने और पत्रकारहित के मुद्दों पर चर्चा के लिए छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ कोरबा जिला इकाई की बैठक आयोजित की गई। यह बैठक रविवार की शाम पंचवटी विश्राम गृह में आयोजित हुई। जिसमें जिला कार्यकारिणी के साथ ही कोरबा जिले के सभी ब्लॉक इकाई के अध्यक्ष, पदाधिकारी और अन्य सदस्य मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में पत्रकार सुरक्षा को लेकर आवाज बुलंद की। पत्रकारों ने कहा कि किसी भी पत्रकार के खिलाफ फर्जी एफआईआर और अनावश्यक तौर पर प्रताड़ित किए जाने वाले मामलों में संगठन द्वारा मजबूती से विरोध किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर ब्लॉक स्तर से लेकर राज्य स्तर तक आंदोलन किया जाएगा।
बैठक को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष अरविंद अवस्थी ने कहा कि वर्तमान समय पत्रकारों के लिए कठिनाइयों भरा है। ऐसे में संगठन को मजबूत बनाकर प्रत्येक पत्रकार के साथ संगठन कंधे से कंधा मिलाकर मजबूती से खड़ा रहेगा। किसी भी स्तर पर पत्रकार हित से समझौता नहीं किया जाएगा। बैठक में पहुंचे जिले के अलग-अलग क्षेत्रों के पत्रकारों ने अपने अनुभव साझा किये। कुसमुंडा क्षेत्र के अर्जुन मुखर्जी ने कहा कि पत्रकारिता के दौरान खदान संबंधित समाचार की हम रिपोर्टिंग रहते हैं। समाचार प्रकाशन के बाद कोयला और डीजल माफिया धमकाने का प्रयास करते हैं। मारपीट की घटनाओं को भी अंजाम दिया जाता है। इसकी शिकायत लेकर हम जब पुलिस के पास जाते हैं। तब पुलिस कहती है कि हम असहाय हैं। ऊपर से माफियाओं को खुली छूट मिली हुई है, ऐसे में पत्रकार मार खाएंगे? बांकीमोंगरा के आयुष ने कहा कि कुछ समय पहले ऐसे ही एक छोटे से मामले में स्थानीय पार्षद ने 30 से 40 गुर्गों को लेकर मारपीट की घटना को अंजाम दिया था। राजू खत्री ने बताया कि जिले में हर जगह यही हाल है। छोटे से रेत माफिया की खबर छापने पर भी वह दबाव बनाने लगते हैं। धमकियां दी जाती है और पुलिस इस तरह के मामलों में कोई कार्यवाही नहीं करती। बैठक में वरिष्ठ पत्रकार सादिक शेख ने कहा कि पत्रकारों को भी प्रोटोकॉल के पालन करने की जरूरत है। जिला और ब्लॉक स्तर के पत्रकारों को सूचीबद्ध भी किया जाना चाहिए। अरविंद पांडे ने कहा कि पत्रकार सुरक्षा कानून के ड्राफ्ट पर भी विस्तृत चर्चा की जानी चाहिए। इसमें मौजूद प्रावधानों के तहत प्रशासन से चर्चा करनी चाहिए।
बैठक में वरिष्ठ पत्रकार और संगठन के सदस्य राकेश श्रीवास्तव भी मौजूद रहे। जिन्होंने कहा कि वर्तमान दौर पत्रकारिता के लिए बेहद विपरित समय है। ऐसे में जरूरत है सावधानी के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन किया जाए। किसी भी हाल में पत्रकारहित से जुड़े मुद्दों पर हम समझौता नहीं करेंगे। बैठक में मौजूद संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष देवेंद्र गुप्ता ने कहा कि पत्रकारों को अपने दायित्व को भी समझने की जरूरत है। हम अपने दायरे में रहकर काम करें। इस दौरान यदि कोई परेशान करता है या प्रताड़ित करने का प्रयास करता है, तो संगठन उस पर अवश्य संज्ञान लेगा। बैठक में मौजूद संगठन के जिला अध्यक्ष नौशाद खान ने कहा कि पत्रकारों को प्रताड़ित करने के ज्यादातर मामले पुलिस से संबंधित होते हैं। ऐसे में जरूरत है मजबूती से इसका विरोध करने की। किसी भी पत्रकार पर यदि अनावश्यक दबाव बनाया जाता है। उसे प्रताड़ित किया जाता है। तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। ताकि पत्रकार निष्पक्ष और निर्भीक होकर दिए गए दायित्वों का निर्वहन कर सकें। पत्रकारों के काम करने के लिए जिले में एक बेहतर माहौल निर्मित करना संगठन का दायित्व है। यदि जिले के एक भी पत्रकार को प्रताड़ित किया गया। अनावश्यक परेशान किया गया, तो ब्लॉक से लेकर प्रदेश स्तर तक बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा। संगठन, पत्रकार साथियों के साथ मजबूती से खड़ा रहेगा। आने वाले समय में संगठन को और मजबूत किया जाएगा।
पत्रकारों के लिए कार्यशाला का भी होगा आयोजन –
वर्तमान परिवेश में बदलती पत्रकारिता के विषय पर पत्रकारों के लिए कार्यशाला आयोजित कराने के विषय पर भी चर्चा की गई। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष सहित प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकारों को आमंत्रित किए जाने की बात पर भी सहमति बनी है। आगामी जुलाई महीने में जिले के समस्त पत्रकारों के लिए वृहद तौर पर एक कार्यशाला का भी आयोजन किया जाना प्रस्तावित किया गया। बैठक में जिला कार्यकारिणी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश कुमार, उपाध्यक्ष रफीक मेमन, महासचिव राजकुमार शाह, कोषाध्यक्ष कैलाश यादव, कार्यकारिणी सदस्य नवाब, हुसैन रघुनंदन सोनी, सुवेन्दु शीट सहित जिले भर के अलग-अलग इकाइयों के ब्लॉक अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी बड़ी तादाद में मौजूद रहे।