आदर्श आचार संहिता का हो रहा खुला उल्लंघन : ज्योत्सना महंत

कोरबा लोकसभा क्षेत्र की कांग्रेस प्रत्याशी व सहज व सरल सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने आरोप लगाया है कि हार की बौखलाहट भाजपाईयों में साफ नजर आ रही है। अब भाजपा के लोग प्रशासन और पुलिस की मदद लेकर बिना सर्च वारंट और बिना कोई कारण के एमसीबी-जीपीएम व कोरबा जिला में कांग्रेस से जुड़े लोगों के घरों में तलाशी ले रहे हैं। मौके पर वीडियोग्राफी के द्वारा किसी प्रकार का कोई आपत्तिजनक सामान व आचार संहिता का उल्लंघन हो, ऐसी कोई वस्तु नहीं मिली। सिर्फ संभावनाओं व आशंकाओं के आधार पर मतदान के दो दिन पहले इस तरह के बिना किसी सूचना और जानकारी के ही पुलिस के द्वारा कांग्रेस नेता के घर दबिश देने से आम लोगों के बीच गलत माहौल निर्मित हो रहा है तथा दूसरे कार्यकर्ता व पदाधिकारी दहशत महसूस कर रहे हैं। बिना किसी पुख्ता प्रमाण और कारण के इस प्रकार से की जा रही बेवजह की जांच कार्यवाही कहीं न कहीं सत्ता और पुलिस व प्रशासन का दुरूपयोग कही जाएगी।
ताजा घटनाक्रम में जीपीएम जिला में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के घर में तलाशी ली गई जिससे संबंधित लोगों में अफरा-तफरी का माहौल निर्मित रहा। मरवाही विधानसभा के चनाडोंगरी बूथ के सेक्टर प्रभारी नारायण प्रसाद गुप्ता के यहां निर्वाचन आयोग द्वारा जांच किया गया और चुनाव प्रचार एवं सामग्री उसके घर पर है। हर कोने, आलमारी की तलाशी ली गई। इस दौरान बहुएं घर पर थीं जिससे मुझे आत्मग्लानी व बेइज्जती महसूस हुई, आहत व अपमानित हुआ हूं एवं परिवार व समाज में दहशत है। बिना सर्च वारंट व बिना किसी आदेश के घर में अवैध रूप से 21 अप्रैल 2024 को जांच करने की शिकायत नारायण प्रसाद गुप्ता ने आज मुख्य निर्वाचन अधिकारी रायपुर से करते हुए मांग किया है कि किसकी शिकायत व किसके आदेश पर तलाशी ली गई इसकी जांच की जाए। इस घटनाक्रम को लेकर विधायक संगीता सिन्हा ने जीपीएम कांग्रेस जिलाध्यक्ष उत्तम वासुदेव, प्रवक्ता विरेन्द्र सिंह बघेल, डॉ. नागेन्द्र राय, मनोज गुप्ता आदि के साथ थाना मरवाही पहुंच कर आवेदन सौंपते हुए उचित कार्यवाही की मांग की है।
0 टीआई ने पावती देने से इनकार किया, आम जनता का क्या हाल होता होगा
विधायक संगीता सिन्हा ने बताया कि वे इस पूरे मामले की शिकायत लेकर मरवाही थाना पहुंचे, जहां मौजूद थाना प्रभारी पहले तो आवेदन की पावती देने को तैयार हुए लेकिन इस बीच किसी का फोन आ गया और बाहर जाकर बात करने के बाद पावती देने से ही इनकार कर दिया। विधायक ने जब एसडीएम से बात की तो उन्होंने 8 बजे के बाद अपनी ड्यूटी खत्म होने का हवाला देकर आरआई के पास शिकायत लेकर जाने के लिए कह दिया। विधायक संगीता सिन्हा का आरोप है कि जब एक विधायक के साथ ऐसा हो रहा है तो साय की सरकार में आम जनता के साथ क्या होता होगा।
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