एक करोड़ की फिरौती वसूली की थी प्लानिंग, NTPC अफसर के इंटीरियर डिजाइनर बेटे के किडैनप मामले में बड़ा खुलासा

रायपुर 6 जून 2023। NTPC अफसर के इंटीरियर डिजाइनर बेटे का अपहरण 1 करोड़ की फिरौती के लिए लिया गया था। पुलिस ने रायपुर के डीडी नगर से किडनैप हुए युवक सिद्धार्थ आशटकर की सकुशल रिहाई के बाद ये बड़ा खुलासा किया है। ASP अभिषेक महेश्वरी ने अपहरणकांड का खुलासा करते हुए बताया कि इंटीरियर डिजाइनर का अपहरण फिरौती के लिए किया गया था। इस अपहरणकांड का मास्टरमाइंड अंकित मिश्रा था, जो सिद्धार्थ के घर पर किराये में भी रह चुका था। इस मामले में पुलिस ने अंकित और राज तोमर नाम के दो किडनैपर को गिरफ्तार किया है, जबकि तीन आरोपी फरार है। घटना का ग्वालियर कनेक्शन भी सामने आया है। दरअसल 2 जून की रात रायपुर के डी.डी.नगर से इंटीरियर डिजाइनर सिद्धार्थ का अपहरण उसके शॉप से कर लिया गया था।

जानकारी के मुताबिक 2 जून की रात सिद्धार्थ दुकान से घर चाला गया, वहीं दुकान का स्टाफ दुकान बंद कर रहा था। तभी दो युवक दुकान में आये और वालपेपर लेने की बात कही। दोनों युवकों ने सिद्धार्थ के बारे में पूछा, जिसके बाद फोन कर सिद्धार्थ को बुलाया गया। जब वो दोनों ग्राहक चले गये, तो एक स्लेटी कलर का कार दुकान के सामने आकर रूकी जिसमें से तीन व्यक्ति उतरे और दुकान के अंदर आ गये। सिद्धार्थ आशटकर ने उन्हें ग्राहक समझकर उनके पीछे दुकान के अंदर आये तब तीन व्यक्ति में से एक व्यक्ति दुकान का आलमारी व दराज को टटोलने लगा और सामान को फेंकने लगा। सिद्धार्थ आशटकर द्वारा क्या हो गया, क्यों एसे कर रहे हो।

जिसके बाद तीनों ने सिद्धार्थ के मारपीट शुरू कर दी और सिद्धार्थ आशटकर को पकडकर खींचकर कार में डालकर डंगनिया तरफ कार से चले गये। घटना के बाद पुलिस तुरंत अलर्ट हुई और नाकेबंदी शुरू कर दी। पुलिस की कड़ी नाकेबंदी व अपहृत की लगातार पतासाजी को देखते हुए आरोपियों द्वारा दबाव में आकर अपहृत सिद्धार्थ आशटकर को कवर्धा जिले के दशरंगपुर में छोड़कर फरार हो गये। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा अपहृत सिद्धार्थ आशटकर को सकुशल कवर्धा जिला के दशरंगपुर से बरामद किया गया।

1 करोड़ की फिरौती के लिए अपहरण

पुलिस ने युवक को सकुशल बरामद कर लिया, लेकिन अपहर्ताओं तक पहुंचना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी। पुलिस ने जब कड़ियां जोड़नी शुरू की, तो अंकित मिश्रा नाम के युवक का सुराग मिला। अंकित 5 साल तक अपहृत सिद्धार्थ आशटकर के डी.डी.नगर रायपुर स्थित मकान में किराये से रहा था। पुलिस ने अंकित को पकड़कर पूछताछ शुरू की, तो उसने पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया। उसने टीम के सदस्यों को गुमराह किया, कि प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर कड़ाई से पूछताछ करने पर अंकित मिश्रा ने माना कि अपने 4 साथियों के साथ मिलकर सिद्धार्थ आशटकर का अपहरण किया है।

आरोपी अंकित मिश्रा ग्वालियर का रहने वाला है। 5 सालों तक वो सिद्धार्थ आशटकर के डंगनिया डी.डी.नगर रायपुर स्थित किराये के मकान में रहता था।आरोपी अंकित मिश्रा अपने साथी राज तोमर जो मूलतः ग्वालियर एवं मुरैना का निवासी है। जो उसके पास हमेशा रायपुर आता-जाता था। आरोपी अंकित मिश्रा ने सिद्धार्थ आशटकर के पिता द्वारा हाल ही में बनाये करोड़ो रूपये के मकान को देखकर अपने साथी राज तोमर के साथ मिलकर अपहरण की प्लानिंग की। राज तोमर पहले भी कई मामलों में शामिल रहा था। अपरहरण की प्लानिंग के साथ राज तोमर ने अपने तीन साथियों को बुलाया और सिद्धार्थ आशटकर की अपहरण करने की योजना बनाई ।

योजना अनुसार आरोपी अंकित मिश्रा एवं राज तोमर अपने अन्य साथियों को ग्वालियर से चारपहिया वाहन लेकर रायपुर बुलाया और घटना को अंजाम देने हेतु सिद्धार्थ आशटकर के डंगनिया मोड़ रायपुर स्थित इंटीरियर पैराडाईस वॉलपेपर शॉप में गये। योजना के अनुसार अंकित मिश्रा दुकान के थोड़ी दूर में खड़ा था, राज तोमर चारपहिया वाहन में चालक का कार्य कर रहा था। चूंकि सिद्धार्थ आशटकर राज तोमर को पहचानता था इसलिये वह वाहन से नीचे नही उतरा था। वाहन में सवार आरोपियों के अन्य 3 साथी वाहन से नीचे उतरकर दुकान अंदर प्रवेश कर सिद्धार्थ आशटकर का अपहरण करते हुए जबरन उसे खींचकर दुकान से बाहर लाकर अपनी चारपहिया वाहन में बिठाकर अपहृत कर ले गये।

अपहरण कर ले जाने के दौरान आरोपी राज तोमर पचपेड़ी नाका के पास वाहन से नीचे उतर गया एवं उनके साथी सिद्धार्थ आशटकर को लेकर रायपुर के अलग-अलग स्थानों में घुमाते हुए सिद्धार्थ आशटकर के पिता से 01 करोड़ रूपये फिरौती की मांग कर रहे थे। घटना का मास्टरमाईंड अंकित मिश्रा पुलिस व सिद्धार्थ आशटकर के परिजनों के साथ रह कर सारी गतिविधियों की जानकारी अपने साथी आरोपियों को दे रहा था। पुलिस की नाकेबंदी एवं पुलिस टीम द्वारा आरोपियों व अपहृत की लगातार पतासाजी करते हुए अज्ञात अरोपियो की पहचान के संबंध में काफी जानकारियां एकत्र कर ली गई थी। जिससे आरोपियान स्वयं के पकड़े जाने के डर से दबाव में आकर अपहृत को कवर्धा जिले के दशरंगपुर पास छोड़कर फरार हो गये थे।

आरोपी अंकित मिश्रा एवं राज तोमर को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर कब्जे से घटना में प्रयुक्त इनोवा वाहन क्रमांक एम पी/07/बी ए /3697 को जप्त कर उनके विरूद्ध कार्यवाही की गई। घटना में संलिप्त अन्य 03 आरोपी फरार है जिनकी पतासाजी कर गिरफ्तार करने के हर संभव प्रयास किये जा रहे है।