महाराष्ट्र के कारोबारी की लाश होटल के कमरें में मिलने से मचा हड़कंप,

दुर्ग 24 मार्च 2024। दुर्ग जिला में महाराष्ट्र के एक कारोबारी की लाश होटल के कमरें में मिलने से हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि मृतक हर्बल कंपनी का डायरेक्टर था, जो कि पिछले 3 मार्च से होटल में आकर ठहरा हुआ था। मृतक पर करोड़ों रुपए का कर्जा होने की बात भी सामने आ रही है। जिससे परेशान होकर कारोबारी ने पहले हाथ का नस काटकर सुसाइड का प्रयास किया। इसमें असफल होने के बाद उसने होटल के कमरें में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। सुपेला पुलिस ने घटना की जानकारी के बाद मृतक के शव को कब्जे में लेकर घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के मुताबिक कारोबारी के द्वारा आत्महत्या का ये मामला सुपेला थाना क्षेत्र का है। मृतक की पहचान गोविंद तायाप्पा पवार सांगली महाराष्ट्र के रूप में हुई है। पुलिस की जांच में पता चला है कि मृतक गोविंद तायाप्पा पवार विगत 3 मार्च से भिलाई के होटल में आकर ठहरा हुआ था। बताया जा रहा है कि मृतक दिसंबर 2023 से भिलाई लगातार अपनी हर्बल कंपनी के काम के सिलसिले में आ रहा था। यहीं उसने पहले हाथ की नस काटने की कोशिश की, लेकिन जब वो ऐसा नहीं कर सका, तो होटल के कमरे की चादर से फंदा बनाकर खुदकुशी कर ली।

होटल के मैनेजर आशीष बोरकर ने बताया कि गोविंद पवार पिछले 3 मार्च से होटल के कमरा नंबर 312 में रुका हुआ था। वो समय पर होटल के कमरें का पेमेंट भी कर रहा था। शनिवार दोपहर जब गोविंद लंच के लिए कमरे से बाहर नहीं निकले तब, स्टाफ उसे बुलाने गया। काफी आवाज लगाने और डोरबेल बजाने पर भी कमरा नहीं खोलने पर होटल स्टाफ को अनहोनी का शक हुआ।इसके बाद होटल स्टाफ ने मास्टर चाबी से दरवाजा खोलने की कोशिश की। लेकिन दरवाजा अंदर से बंद होने के चलते दरवाजा नहीं खुला। घबराए स्टाफ ने फौरन सुपेला पुलिस को घटना की जानकारी दी गयी। जिसके बाद पुलिस होटल पहुंची और दरवाजा तोड़कर देखा, तो अंदर गोविंद की लाश फांसी के फंदे पर लटका हुआ था।

पुलिस को कमरा नंबर 312 के बेड पर एक चाकू पड़ा हुआ मिला है। हाथ में चाकू से काटने का निशान है। पुलिस का कहना है कि मृतक गोविंद ने पहले चाकू से हाथ की नस काटने की कोशिश की। जब वो नस नहीं काट सका, तो बेड के चादर को फाड़कर उससे फंदा बनाकर पंखे से झूल गया। पुलिस ने शव को नीचे उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला भिजवाया। पुलिस की जांच में पता चला है कि कारोबारी कर्ज के बोझ से दबा हुआ था। उस पर लगातार कर्जा चुकाने का दबाव बनाया जा रहा था,जिससे परेशान होकर वह भिलाई के होटल में छिपकर रह रहा था। पुलिस ने इस घटना पर मर्ग कायम कर घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है।