कोरबा, 01 अगस्त I कोयला उत्खनन के लिए एस.ई.सी.एल. प्रबंधन द्वारा कोरबा में संचालित कुसमुण्डा खदान में हैवी ब्लास्टिंग की वजह से क्षेत्र के निवासियों के मकानों में लगातार पड़ रही दरारें, मकानों की छतों पर ब्लास्टिंग से उछलकर गिरने वाले भारी पत्थरों की वजह से हो रहे नुकसान के साथ ही निवासियों के जान माल के जोखिम के मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने 05 फरवरी, 2024 को कोरबा कलेक्टर को पत्र लिखते हुए प्रतिलिपि छत्तीसगढ़ शासन के प्रमुख सचिव सहित सचिव उद्योग विभाग व एस.ई.सी.एल. के सी.एम.डी. से अपेक्षा किया था कि खदान क्षेत्र के निकटवर्ती बसाहट वाले ग्रामीणों को प्राथमिकता के आधार पर राहत दिलाने प्रबंधन के साथ ठोस रणनीति बनाकर कड़ाई से अमल में लाने की दिशा में कार्य किया जाएगा।
इस संबंध में विषय की गंभीरता को देखते हुए छत्तीसगढ़ शासन के अवर सचिव खनिज साधन विभाग एम. चन्द्रशेखर ने 25 जुलाई को संचालक भौमिकी तथा खनिकर्म को पत्र लिखकर निर्देशित किया है कि जनहित में कुसमुण्डा क्षेत्र के निवासियों के जान माल की सुरक्षा की दृष्टि से खदान प्रबंधन द्वारा कराए जा रहे हैवी ब्लास्टिंग पर अंकुश लगाने के संबंध में प्रकरण की जांच कर प्रतिवेदन अभिमत सहित संबंधितों के साथ साथ विभाग को उपलब्ध करवाया जाए।
सरकार की पहल पर जयसिंह अग्रवाल ने उम्मीद जताई है कि इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाने पर कुसमुण्डा खदान के निकटवर्ती बसाहट वाले क्षेत्रों के निवासियों को हैवी ब्लास्टिंग से राहत मिल सकेगी।