वनांचल ग्राम सागबाड़ी प्राथमिक शाला में दो शिक्षकों से बदल रही शिक्षा की तस्वीर

The picture of education is changing with the help of two teachers in the forest village Sagbari Primary School.

युक्ति युक्तकरण से शिक्षक पदस्थ

कोरबा 01 दिसम्बर 2025/जिले के विकासखंड पोड़ी उपरोड़ा अंतर्गत वनांचल क्षेत्र के ग्राम सागबाड़ी में वर्षों से प्राथमिक शाला संचालित है। यह स्कूल गांव के बच्चों के लिए शिक्षा का प्रमुख आधार रहा है। लंबे समय तक यहां केवल एक शिक्षक के भरोसे ही विद्यालय चलता था। एकमात्र शिक्षक होने के कारण विद्यार्थियों को एक ही कमरे में बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती थी, और कई बार अलग-अलग कक्षाओं के लिए बच्चों को शिक्षक का इंतजार भी करना पड़ता था।
विद्यालय में प्रधान पाठक के रूप में श्री राम सिंह लम्बे समय से सेवारत हैं। उनके लिए अकेले सभी कक्षाओं को पढ़ाना चुनौतीपूर्ण था। उन्होंने बताया कि एकमात्र शिक्षक होने की स्थिति में उन्हें कई शैक्षणिक और प्रशासनिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा अतिशेष शिक्षकों को रिक्त पदों वाले विद्यालयों में पदस्थापित किए जाने की युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया अपनाई गई। इसी के तहत वनांचल ग्राम सागबाड़ी के प्राथमिक शाला में भी बदलाव आया और सहायक शिक्षक की नियुक्ति हुई। श्री मनोज चंद्रा ने सहायक शिक्षक के रूप में 5 जून 2025 को यहां ज्वाइन किया। उन्होंने बताया कि ज्वाइन करने के बाद वे नियमित रूप से विद्यालय आते हैं और बच्चों को सुचारू रूप से अध्ययन कराते हैं।
विद्यालय के विद्यार्थी बुधवार सिंह (कक्षा पाँचवीं) ने बताया कि पहले एक ही शिक्षक होने से उन्हें पढ़ाई में परेशानी होती थी, लेकिन अब दो शिक्षक होने से पढ़ाई बेहतर ढंग से हो रही है। कक्षा चौथी की प्रिया, कक्षा दूसरी की रोशनी और कक्षा तीसरी के सतीश यादव ने भी कहा कि अब गुरुजी समय पर आते हैं और कोई भी कक्षा खाली नहीं रहती। बच्चों ने यह भी बताया कि उन्हें नियमित रूप से सुबह का नाश्ता और भोजन भी मिलता है।
वनांचल क्षेत्र के इस छोटे से विद्यालय में दो शिक्षकों की व्यवस्था होने से शिक्षा की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। यह परिवर्तन सागबाड़ी जैसे दूरस्थ गांव में शिक्षा सुदृढ़ीकरण की एक मिसाल बन गया है।