पत्रकार मुकेश चंद्रकार हत्याकांड का मुख्य आरोपी सुरेश चंद्रकार गिरफ्तार, SIT की टीम ने हैदराबाद से किया गिरफ्तार

Suresh Chandrakar, the prime accused in journalist Mukesh Chandrakar murder case, has been arrested by SIT team from Hyderabad

रायपुर 6 जनवरी 2025। पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड में बड़ा एक्शन हुआ है। आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्रकार को हैदराबाद से SIT ने गिरफ्तार कर लिया है। हत्या की जांच को लेकर गठित एसआईटी की टीम ने मुख्य आरोपी सुरेश चंद्रकार को देर रात गिरफ्तार किया, जिसे बीजापुर लाया जा रहा है ,एक जनवरी को पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या कर दी गई थी और शव को टैंक में डाल दिया गया था।

जिस टैंक में शव को डाला गया था वो ठेकेदार सुरेश चंद्राकर का ही बताया जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक वारदात के बाद से ही सुरेश चंद्रकार फरार था, हालांकि उसका लोकेशन हैदराबाद में मिला था, इसके बाद SIT की टीम रविवार की देर रात मौके पर छापामार कार्रवाई की गयी। SIT की टीम ने मौके से हत्याकांड के मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर को गिरफ्तार कर हैदराबाद से बीजापुर लाया जा रहा है। माना जा रहा है पूरे वारदात का मास्टरमाइंड सुरेश चंद्राकर ही है, जिसके कहने पर उसके भाइयों और गुर्गों ने मिलकर पत्रकार मुकेश चंद्रकार की पहले तो हत्या की और फिर अपने ही बाड़े में बने सेप्टिक टैंक में उसे डालकर ऊपर से स्लैब को ढाल दिया।

गिरफ्तारी के बाद हत्या से जुड़ी अहम कड़िया सामने आ सकती है। आपको बता दे कि इस वारदात की एक बड़ी वजह भ्रष्टाचार का वो प्रकरण है, जिसका खुलासा पत्रकार मुकेश ने किया था। 59 करोड़ के सड़क के निर्माण की राशि 120 करोड़ पहुंच जाने और इतनी बड़ी राशि खर्च करने के बावजूद गुणवत्ताहीन सड़क बनने को लेकर मीडिया में रिपोर्ट प्रकाशित हुई थी। जिसके बाद राज्य सरकार ने मामले में जांच के आदेश दिए थे। वही आला अधिकारियों ने बनी घटिया सड़क को दोबारा बनाने के निर्देश भी दिए थे। कहा जा रहा है इसी मीडिया रिपोर्ट के बाद सुरेश चंद्रकार, पत्रकार मुकेश से काफी नाराज चल रहा था।

1 जनवरी को न्यू ईयर पार्टी के बहाने सुरेश चंद्राकर और उसके भाइयों ने पत्रकार को अपने बैडमिंटन कोर्ट में बुलाया, जहां खाने के टेबल पर सुरेश चंद्राकर के भाई रितेश चंद्राकर और उसके साथियों से मुकेश की अनबन शुरू हो गई। माना जा रहा है विवाद इतना बढ़ा कि रितेश चंद्रकार ने लोहे के एक बड़े रॉड से उसके सर पर मार दिया, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। इसके अलावा उसके दो अन्य साथियों ने भी मिलकर मुकेश को लोहे के रॉड से पीटा था, जिसकी वजह से उसकी मौके पर ही जान चली गई।

जिसके बाद प्लानिंग के मुताबिक मुकेश चंद्रकार के शव को  बने सेप्टिक टैंक में डाल दिया गया और फिर उसके ऊपर 4 इंच मोटी ढलाई कर दी गई। वारदात के दो दिन बाद पुलिस ने सेफ्टी टैंक को तोड़कर शव को बाहर निकाला, इस वारदात के बाद से ही पूरे प्रदेश में आक्रोश है। राज्य सरकार ने इस मामले में एसआईटी गठित की है। साथ ही साथ मुख्यमंत्री ने इस बात के भी निर्देश दिए हैं कि कोई भी दोषी इस घटना में बचना नहीं चाहिए। घटना को लेकर बीजापुर प्रशासन एक्शन में है, सुरेश चंद्रकार का 5 एकड़ जमीन में बने अवैध कब्जे को प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया है। साथ ही साथ अन्य कार्रवाई भी चल रही है। इस मामले में अब तक पुलिस चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।