बाइक से नक्सल क्षेत्र पहुंचे सुकमा कलेक्टर, लोगों से योजनाओं की ली जानकारी

Sukma Collector reached Naxal area by bike, took information about schemes from people

सुकमा,17 फरवरी । छत्‍तीसगढ़ के सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित गांव मानकपाल व एटापाल इलाके में मोटरसाइकिल पर सवार होकर कलेक्टर हरिस एस व सीआइओ लक्ष्मण तिवारी पहुंचे। जहां उन्होंने न सिर्फ स्कूल व स्वास्थ्य व्यवस्था का जायजा लिया बल्कि गांव से दूर बन रहे पुल का भी निरीक्षण किया। कलेक्टर हरिस एस ने कहा कि शासन की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे इस और प्रयास करे।

कलेक्टर हरिस. एस ने जिले के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र मनकापाल और एटापाल का भ्रमण कर शिक्षा-स्वास्थ्य तथा अन्य मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था देखी। इस दौरान उन्होंने मनकापाल स्वास्थ्य केंद्र, उचित मूल्य दुकान, आगनबाड़ी केंद, धान खरीदी केंद्र मनकापाल सहित प्राथमिक शाला एटापाल का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने धान खरीदी केंद्र मनकापाल का निरीक्षण कर खरीदे गए धान का अब तक उठाव के संबंध में जानकारी ली और शीघ्र धान उठाव के लिए संबंधित मिलर्स को निर्देशित करने को कहा।

साथ ही मनकापाल में संचालित आश्रित ग्राम पोरदेम के शासकीय उचित मूल्य दुकान का औचक निरीक्षण कर खाद्यान्न व अन्य जरूरी सामग्रियों के भण्डारण और वितरण संबंधी जानकारी ली तथा राशन कार्डधारी परिवारों को हर माह निर्धारित खाद्यान्न एवं अन्य सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए।

इसके अलावा कलेक्टर हरिस. एस ने मनकापाल और एल्मागुंडा के मध्य स्थित नाला का निरीक्षण कर अधिकारियों को उक्त नाले में पुल निर्माण के लिए आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने प्राथमिक शाला एटापाल का भी निरीक्षण कर बच्चों की उपस्थिति, पढ़ाई और मध्यान्ह भोजन के संबंध में जानकारी ली तथा बच्चों को तय मेन्यू अनुसार मध्यान्ह भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत लक्ष्मण तिवारी, जिला खाद्य अधिकारी जयवर्धन ठाकुर, पीडब्ल्यूडी ईई धनंजय मरकाम और अन्य उपस्थित थे।

शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश

कलेक्टर हरिस एस ने मनकापाल में स्थित स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण के दौरान उक्त स्वास्थ्य केंद्र में आयुष्मान पंजीयन की अद्यतन जानकारी ली और कहा कि लोगों को स्वास्थ्य सुविधा से लाभान्वित करने स्थानीय ग्रामीणों का केंद्र में शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश दिए।

स्वास्थ्य केंद्र में नियमित रूप से होने वाले ओपीडी में ग्रामीणों के स्वास्थ्य जांच एवं उपचार सहित मलेरिया, टीबी, एनीमिया इत्यादि जांच के संबंध में जानकारी लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ स्वास्थ्य कार्यकर्ता की उपस्थिति के संबंध में भी ग्रामीणों से जानकारी ली। वहीं ग्रामीणों को आयुष्मान भारत के तहत पंजीयन करवाने की समझाइश दी।