राजनांदगांव, 21 मई 2024। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने आज जिला पंचायत सभाकक्ष में भू-जल संरक्षण से जुड़े विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। इस दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुरूचि सिंह बैठक में उपस्थित थी। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को जल संकट के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए जल संरक्षण व संवर्धन के प्रयासों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कृषि विभाग तथा कृषि विज्ञान केन्द्र के माध्यम से बड़े किसान समूह को धान के बदले अन्य फसलों के लाभ, पानी की बचत, व्यय में कमी तथा उत्पादन क्षमता में वृद्धि के संबंध में जानकारी देने के लिए संगोष्ठी का आयोजन कराने निर्देशित किया।
कलेक्टर ने कहा कि जल संरक्षण के लिए व्यवहार परिवर्तन जैसे विषयों पर ग्राम पंचायतों और किसानों से चर्चा किया जाना अनिवार्य है ताकि वे जल स्तर की स्थिति और समय के महत्व को समझ सकें। इस अवसर पर जिले में किये जा रहे जल संवर्धन संरक्षण के कार्यों के संबंध में विस्तृत प्रजेंटेशन प्रस्तुत कर छत्तीसगढ़ ग्राउंड वाटर बोर्ड के उच्च अधिकारियों से चर्चा की गई। सीईओ सिंह ने कहा कि जिले के सभी कार्य एजेंसियों के साथ आगामी एक सप्ताह के भीतर प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन कर जिले में नवीन तकनीक योजनाओं के संबंध में अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाए।
जिला पंचायत एवं छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं तकनीकी परिषद के अधिकारियों के मध्य वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें विज्ञान एवं तकनीकी परिषद के उच्च अधिकारियों को जिले में चल रहे जल संरक्षण संवर्धन की पद्धति से तैयार की गई कार्ययोजना एवं प्रयासों के संबंध में जानकारी प्रदान की गई। छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के सदस्यों द्वारा तकनीक को सही बताते हुए हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया तथा जल्द ही जिले के क्षेत्र में चल रहे कार्यों के क्रियान्वयन के संबंध में निरीक्षण हेतु आमंत्रण स्वीकार किया। इस अवसर पर कृषि, उद्यानिकी, पशु चिकित्सा, मत्स्य, जिला पंचायत, जल संसाधन, नाबार्ड सहित संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी तथा जनपदों के अधिकारी उपस्थित थे