रायपुर 23 अगस्त 2025। बिलासपुर में मंगलवार को कलेक्ट्रेट और एसपी कार्यालय के पास उस समय हंगामा मच गया जब पुलिस ने गंभीर प्रकरण के आरोपी नारायण खरे (46 वर्ष, निवासी नरगोडा, थाना सीपत) को गिरफ्तार करने की कोशिश की। गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के परिजन पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए नजर आए और मौके का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
थाना सीपत में दर्ज अपराध क्रमांक 402/2025 के तहत नारायण खरे पर बीएनएस की धारा 296, 115(2), 351(2), 117(2), 118(2) में केस दर्ज है। आरोपी पर आरोप है कि उसने जमीन विवाद के चलते अपनी ही मां उर्मिला बाई खरे के साथ मारपीट कर गंभीर चोटें पहुंचाई थीं। पीड़िता को 09 जून से 12 जुलाई तक यानी एक माह से अधिक समय तक सिम्स अस्पताल बिलासपुर में भर्ती रहना पड़ा, जहां उनके हाथ में फ्रैक्चर की पुष्टि हुई।
पुलिस जैसे ही आरोपी को पकड़ने पहुंची, वह अपने परिजनों के साथ मिलकर गिरफ्तारी का विरोध करने लगा। नारायण खरे और उसके परिवार ने पुलिस पर रात में घर में दबिश देने और रिश्वत मांगने का झूठा आरोप भी लगाया।हालांकि पुलिस ने साफ कहा है कि यह आरोप बेबुनियाद हैं। आरोपी के खिलाफ पहले भी थाना सीपत में प्रतिबंधात्मक कार्रवाई दर्ज रही है।
बिलासपुर एसएसपी रजनेश सिंह ने मामले को गंभीर बताते हुए कहा,
“आरोपी ने अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए तरह-तरह के प्रयास किए और पुलिस पर आरोप भी लगाए। इन आरोपों की जांच अवश्य होगी, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है कि पीड़िता उर्मिला बाई को न्याय मिले। आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”पुलिस ने आरोपी नारायण खरे को 19 अगस्त 2025 को कलेक्ट्रेट कार्यालय के पास से गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।







