मुंगेली,27जुलाई 2025। जिले के लोरमी थाना अंतर्गत कोसाबाड़ी गांव में तंत्र-मंत्र के अंधविश्वास में डूबी एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। 12 अप्रैल की पूर्णिमा की रात को रहस्यमय परिस्थितियों में गायब हुई 10 वर्षीय बच्ची लाली उर्फ माहेश्वरी गोस्वामी की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है।
रिश्ते में भाई भाभी और घर के कर्मचारी निकले हत्यारे
अपहरण के करीब तीन सप्ताह बाद, 6 मई को बच्ची लाली का नरकंकाल उसके घर से महज़ 500 मीटर दूर स्थित श्मशान घाट में मिला था। मामला जब तूल पकड़ने लगा, तो पुलिस ने विशेष अनुसंधान दल गठित कर जांच को वैज्ञानिक दिशा दी। जाँच के दौरान पॉलीग्राफ, ब्रेन मैपिंग और नार्को टेस्ट जैसे अत्याधुनिक तरीकों का सहारा लिया गया।
जांच में सामने आया कि बच्ची की हत्या कोई साधारण अपराध नहीं, बल्कि अंधविश्वास और तांत्रिक क्रिया से जुड़ी हुई थी। पुलिस ने हत्या के आरोप में बच्ची के चचेरे भाई और भाभी के साथ-साथ एक बैगा और दो अन्य व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपियों ने मिलकर तंत्र-मंत्र से सिद्धि प्राप्त करने के उद्देश्य से मासूम लाली की बलि दे दी।
गिरफ्तार आरोपियों में
एसपी मुंगेली भोजराम पटेल ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि समाज को झकझोर देने वाली इस घटना में आरोपियों ऋतु गोस्वामी चचेरी भाभी,चिमन गोस्वामी चचेरा भाई आकाश,रामरतन और नरेंद्र मार्को ये तीनों चिमन के परिचित थे जो तंत्र मंत्र प्रक्रिया जानते थे के खिलाफ अपहरण, हत्या, साक्ष्य छिपाने की धारा सहित अन्य धाराओं में सख्त कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस द्वारा जुटाए गए वैज्ञानिक साक्ष्य और आरोपियों के कबूलनामे के आधार पर आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है। यह मामला एक बार फिर से समाज में फैले अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र के काले खेल की भयावहता को उजागर करता है।