रायगढ़,27 मई 2025। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि राज्य सरकार का स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए युक्तियुक्तकरण का फैसला छात्रों के हित में है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में शिक्षकों की पदस्थापना में असंतुलन है, जिसे दूर करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
क्या है युक्तियुक्तकरण?
युक्तियुक्तकरण के तहत एक ही परिसर में संचालित 10,297 विद्यालयों को युक्तियुक्त किया गया है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र में एक किलोमीटर के दायरे में स्थित 133 विद्यालयों और शहरी क्षेत्र में 500 मीटर के दायरे में स्थित 33 विद्यालयों को भी युक्तियुक्त किया गया है।
शिक्षकों की भर्ती
मुख्यमंत्री ने कहा कि युक्तियुक्तकरण के बाद भी शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि हर साल जो कमी है उसको चरणबद्ध रूप से पूरा करेंगे। शिक्षक भर्ती का प्रस्ताव वित्त विभाग को भेजा गया है, जैसे ही इसकी अनुमति मिलेगी, शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।
शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार
मुख्यमंत्री ने कहा कि युक्तियुक्तकरण से स्कूलों में शिक्षकों का असंतुलन दूर होगा और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा। इससे शिक्षक विहीन एवं एकल शिक्षकीय शालाओं में अब अतिशेष शिक्षकों की तैनाती संभव होगी।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के अनुरूप
युक्तियुक्तकरण का यह आदेश राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के निर्देशों के अनुरूप है, जिसका मुख्य उद्देश्य शिक्षक संसाधनों का संतुलित और प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करना है।