कोरबा/कलेक्टर ने सभी विकासखंडों में एनीमिया मुक्ति, कुपोषण स्तर में गिरावट लाने हेतु किए जा रहे कार्याे की जानकारी लेते हुए एनिमिक महिलाओं, कुपोषित बच्चों को गंभीरता से गर्म भोजन एवं पोषण आहार प्रदान करने के लिए कहा। उन्होंने पोषण पुनर्वास केंद्र में बेड आक्यूपेसी की जानकारी लेते हुए गम्भीर कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती कर प्राथमिकता से उन्हें स्वास्थ्य लाभ दिलाने
निर्देश दिए। इस हेतु बच्चों का चिन्हांकन कर उन्हें केंद्र भेजने की दिशा में पहले ही आवश्यक तैयारी पूर्ण करने की बात कही।
आयुष्मान कार्ड उपयोग के संबंध में जानकारी लेते हुए उन्होंने सभी स्वास्थ्य केंद्रों एवं निर्धारित निजी चिकित्सालयों में आयुष्मान कार्ड के उपयोग के संबंध में निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले या जिले के बाहर के भी प्राइवेट हॉस्पिटल में आयुष्मान कार्ड के माध्यम से की जाने वाली ईलाज में किसी प्रकार की लापरवाही नही होना चाहिए। सभी अधिकारी इसका पालन सुनिश्चित करें। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में इस सम्बंध में जागरूकता लाने हेतु व्यापक प्रचार प्रसार करने एवं आमजनों को प्रोत्साहित करने की बात कही।
कलेक्टर ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत चिरायु दल द्वारा सभी स्कूलों आंगनबाड़ी केंद्रों का नियमित विजिट करने के लिए कहा एवं इलाज की आवश्यकता वाले बच्चों को गम्भीरता से स्वास्थ्य लाभ पहुचाने के निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के अंतर्गत दी जाने वाली विभिन्न प्रकार की टीका, कुष्ठ उन्मूलन, क्षय रोग, टी.बी. हाइपरटेंशन, कृमिनाशक एवं विटामिन दवा पान, तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम, मनोरोग चिकित्सा कार्यक्रम की भी समीक्षा करते हुए योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने सभी योजनाओं का शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने हेतु सभी अधिकारियों को व्यक्तिगत रुचि लेकर कार्य करने के निर्देश दिए।