कोरबा नगर निगम के 4 पार्षदों भाजपा में शामिल होने से विपक्ष को बहुमत

नगर निगम : विपक्ष के पास 31 तो सत्ता पक्ष के पास 28 पार्षद, कांग्रेस के और पार्षद पाला बदलने की तैयारी में

कोरबा, 09 मार्च 2024।नगर निगम में राजनैतिक समीकरण तेजी से बदलने लगा हैं। कांग्रेस के 2 पार्षदों और समर्थन दे रहे जनता कांग्रेस के 2 पार्षद भाजपा में शामिल हो गए हैं। इस वजह से सता पक्ष कांग्रेस अब बहुमत खो चुकी है। भाजपा के 31 तो कांग्रेस के पास 28 पार्षद बचे हैं। ऐसे में कार्यकाल कांग्रेस के लिए चुनौती भरा रहेगा।

निगम में महापौर राजकिशोर प्रसाद के साथ 28 पार्षद बच गए हैं। नगर निगम में पहले 67 पार्षद थे। लेकिन बांकीमोंगरा नगर पालिका बनने के बाद 59 पार्षद ही निगम में होंगे। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेसी पाला बदलने लगे हैं। इसका असर भी नगर निगम में होने लगा है। भाजपा ने पहले अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से महापौर राजकिशोर प्रसाद को हटाने की तैयारी शुरू की थी। लेकिन दो तिहाई बहुमत जुटाना आसान नहीं था। महापौर राजकिशोर प्रसाद के जाति प्रमाण पत्र को एसडीएम ने निलंबित कर दिया। अब हाईपावर कमेटी का निर्णय बाकी है। ऐसे में भाजपा अविश्वास प्रस्ताव पर जोर नहीं दे रही है। लेकिन कांग्रेस के पार्षदों के पाला बदलने से भाजपा बहुमत में आ गई है। कांग्रेस को जनता कांग्रेस के 2, माकपा के 2 और बसपा के 1, निर्दलीय 1 पार्षद का समर्थन था। बांकीमोंगरा नगर पालिका बनने से माकपा की पार्षद सुरती कुलदीप ही बच गई है। कांग्रेस के पार्षद सुनील पटेल और रूप सिंह गोड़ भाजपा में शामिल हो चुके हैं। जनता कांग्रेस के पार्षद धनसाय साहू और पदमा साहू भी भाजपा में अपनी पार्टी के साथ जा चुके हैं। अब कांग्रेस को समर्थन दे रहे 3 पार्षद बच गए हैं। जिसमें बसपा के फूलचंद सोनवानी, माकपा की सूरती कुलदीप और निर्दलीय आशा जायसवाल शामिल है। इस तरह कांग्रेस के 25 पार्षदों के साथ तीन पार्षदों के समर्थन पाकर भी संख्या 28 होती है।

भाजपाई भी पलट गए थे कांग्रेस जब प्रदेश में सत्ता में थी तो भाजपा के 2 पार्षदों ने पाला बदल लिया था। जिसमें भाजपा पार्षद शैलेंद्र सिंह शामिल है। विधानसभा चुनाव के समय भाजपा पार्षद गंगा राम भारद्वाज ने पाला बदलते हुए कांग्रेस की खेमे में आ गए थे। अब प्रदेश में भाजपा की सत्ता आते ही कांग्रेस के और भी पार्षद भाजपा के संपर्क में हैं।