रायपुर 29 मई 2025। रायपुर में दवा कारोबारी के दुकान से 27 लाख रूपये की चोरी के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने चोरी की इस वारदात को अंजाम देने वाले शातिर आरोपी को गिरफ्तार कर उसके पास से नगदी रकम बरामद कर लिया है। पुलिस ने खुलासा किया कि आरोपी पहले कारोबारी की कार चलाता था। लिहाजा उसे पैसों के संबंध में सारी जानकारी थी। 5 माह पहले ही उसने काम छोड़ दिया था।
गौरतलब है कि माना थाना क्षेत्र में दवा कारोबारी की दुकान से 27 मई की रात बड़ी चोरी की जानकारी सामने आयी थी। दवा करोबारी संजय आहूजा ने दुकान से 27 लाख रूपये की चोरी की रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई। उन्होंने बताया कि उनकी डूमरतराई में कॉस्मेटिक और मेडिकल दवाई की दुकान है। 27 मई की रात साढ़े 8 बजे वह दुकान बंद करके घर लौट गये थे। देर रात जब उन्होंने घर में ताला लगाने की कोशिश की, तो देखा कि उनकी कार की चाबी गायब है।
साथ ही कार के भीतर रखी दुकान की चाबी भी नहीं थी। शक होने पर उन्होने तुरंत 12 नए ताले खरीद और रात 11 बजे दुकान पहुंचकर सभी ताले बदल दिए। लेकिन कारोबारी की इस ऐहतियात से पहले ही शातिर चोर ने दुकान में रखे पैसों पर हाथ साफ कर दिया था। अगले दिन सुबह जब वह दुकान पहुंचे तो देखा कि केबिन का दराज खुला हुआ था और लॉक टूटा हुआ था। चोर ने वहां रखे 15 लाख कैश और उसके पिता के केबिन में रखे 12 लाख की चोरी कर फरार हो चुका था।
27 लाख रूपये की चोरी की इस बड़ी वारदात को सुलझाने के लिए पुलिस टीम गठित कर जांच का आदेश दिया गया। एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना माना पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण करने के साथ ही घटना के संबंध में प्रार्थी तथा आस-पास के लोगों से पूछताछ शुरू की। टीम के सदस्यों ने घटना स्थल तथा उसके आसपास में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेजों को खंगालने पर घटना की रात एक संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी सामने आयी। पुलिस ने जब जांच आगे बढ़ाई तो संदिग्ध व्यक्ति की पहचान विजय कश्यप के रूप में किया गया, जो कि दवा कारोबारी के यहां पहले कार का चालक था।
5 माह पूर्व ही वह काम छोड़कर चला गया था। संदेह के आधार पर विजय कश्यप के गृहग्राम सक्ती जिला के मलदा में छापामार कार्रवाई की गयी। सक्ती पुलिस के सहयोग से रायपुर पुलिस ने आरोपी विजय कश्यप को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 27 लाख रूपये कैश और चोरी की वारदात में प्रयुक्त एक बाइक को जब्त किया है। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसे दवा कारोबारी के यहां काम करने के दौरान पैसे रखने की जगह के संबंध में सारी जानकारी थी। साथ ही दुकान की चाबी कारोबारी द्वारा कार में ही रखने की भी उसे जानकारी थी। आरोपी ने बताया कि उसे पैसों की जरूरत होने के कारण इस चोरी की वारदात को अंजाम दिया।