बसंत पंचमी पर सरस्वती शिशु मंदिर में मां सरस्वती वंदन पूजन मातृ-पितृ पूजन किया गया

On Basant Panchami, Maa Saraswati was worshiped in Saraswati Shishu Mandir and mother-father worship was done.

स्लेट पर बत्ती चलाकर लिखा ऊं और शुरू हो गई पढ़ाई की यात्रा

कोरबा। बसंत पंचमी सकारात्मक जीवन से जुड़े कई उद्देश्य एक साथ लेकर आता है। सरस्वती शिशु मंदिर सीएसईबी सहित सभी स्कूलों में छोटे बच्चों के लिए विद्यारंभ संस्कार सरस्वती वंदन पूजन मातृ-पितृ पूजन किया गया।‌

सरस्वती पूजन के दिन छोटे बच्चों को स्लेट पेंसिल देकर पहली बार लिखावट के माध्यम से शिक्षा उपलब्ध कराने का शुभ संकल्प शुरू किया गया। विधिवत मंत्र उच्चारण के साथ विद्यारंभ संस्कार हवन पूजन कराया गया। इस मौके पर पेरेंट्स बहुत खुश नजर आ रहे थे।

माता सरस्वती का आशीर्वाद मिलते ही जिंदगी की शैक्षणिक यात्रा भी शुरू हो गई। प्राचार्य श्री राजकुमार देवांगन ने बसंत पंचमी के बहुउद्देशीय महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि बसंत पंचमी से संगीत विद्या बुद्धि सीखने की यात्रा प्रारंभ हो जाती है। यह खुशी उत्साह उमंग का उत्सव है। विद्यारम्भ संस्कार मातृपितृ पूजन कराया। खेल पढ़ाई अनुशासन के लिए प्रतिभाशाली उपलब्धि हासिल करने वाले बच्चों को पुरस्कार देते हुए उत्साह वर्धन किया। बच्चों ने अपने माता-पिता का विधिवत मंत्र उच्चारण के साथ पूजन भी किया।
खेल पढ़ाई अनुशासन के लिए प्रतिभाशाली उपलब्धि हासिल करने वाले बच्चों को पुरस्कार देते हुए उत्साह वर्धन किया। बच्चों ने अपने माता-पिता का विधिवत मंत्र उच्चारण के साथ पूजन भी किया।

सशिसं के प्रचार प्रमुख इंग्लिश लैंग्वेज ट्रेनर मोटीवेटर संस्कार श्रीवास्तव ने इस अवसर पर संदेश भेजकर बोर्ड परीक्षा दे रहे मेधावी जिज्ञासु प्रतिभावान छात्रों को इंग्लिश विषय में आने वाली समस्याओं का निशुल्क समाधान करने की इच्छा भी जताई है। उन्होंने अपने भेजे संदेश में बताया कि गूगल मीट के माध्यम से ऑनलाइन पहली क्लास हो चुकी है। जिसका अच्छा रिस्पांस देखने को मिला है‌। आगे कोरबा जिले के बच्चे चाहेंगे तो इसको कंटिन्यू किया जाएगा।