भीषण गर्मी और तेज धूप से इस समय आधे से ज्यादा देश झूझता हुआ नजर आ रहा है। देश के कुछ राज्यों में अधिकतम तापमान 49 डिग्री के पार पहुंच गया है। प्रचड़ गर्मी का कहर बिहार, यूपी, राजस्थान, दिल्ली सहित कई राज्यों में देखने को मिल रहा है।
साल 2024 में कुछ पहाड़ी इलाकों में गर्मी पड़ती हुई दिख रही है। लोगों को मॉनसून का बहुत ही बेसब्री से इंतजार है। मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, आज यानी 29 मई से 30 मई के बीच मॉनसून कभी भी भारतीय सीमा में एंट्री मार सकता है। इसका मतलब है कि 24 घंटे के अंदर केरल में मॉनसून की एंट्री हो सकती है।
केरल में इस बार मॉनसून समय से पहले ही दस्तक देने जा रहा है। राज्य में मॉनसून की सामान्य तारीख 1 जून है, हालांकि, इसमें 3-4 दिन आगे या पीछे होना भी सामान्य माना जाता है।
मौसम विभाग के मुताबिक, इस साल 30 मई तक केरल में मॉनसून की एंट्री हो सकती है। मॉनसून के बाद राज्य में बारिश का सिलसिला जारी हो जायेगा। हालांकि, केरल पहले से ही तेज बारिश और जलभराव से झूझता हुआ दिख रहा है।
आईएमडी के मुताबिक, केरल में हो रही प्री-मॉनसून बारिश अब बहुत जल्द ही मॉनसूनी बारिश में बदलने वाली है। IMD ने आज यानि बुधवार को कोट्टायम और एर्नाकुलम जिलों में रेड अलर्ट जारी कर दिया है। इसके साथ ही तीन अन्य जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। पिछले कई दिनों से राज्य के कुछ जगहों पर तेज बारिश का सिलसिला जारी है।
आपको बता दें कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून आमतौर पर 1 जून के आस-पास केरल में एंट्री लेता है और 15 जुलाई के आसपास पूरे देश में मॉनसूनी बारिश देखने को मिलती है।
दिल्ली में कैसा है मौसम का हाल
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इस समय प्रचंड गर्मी, उमस और लू के थपेड़ों ने लोगों का जीना बेहाल करके रखा हुआ है। दिल्ली में चिलचिलाती गर्मी की वजह से लोगों का घर से बाहर निकलना तक मुश्किल हो गया है।
सुबह के समय में दिल्ली के नरेला में 47 डिग्री और नजफगढ़ में 46.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली में अगले दो दिन भीषण लू को देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया गया है। मौसम विभाग ने गुरुवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। शुक्रवार और शनिवार को धूल भरी आंधी के साथ कुछ इलाकों में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।
मानसून जल्द आने का कारण क्या है?
मौसम वैज्ञानिकों ने कहा कि रविवार को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश से गुजरे चक्रवात रेमल ने मानसून के प्रवाह को बंगाल की खाड़ी की ओर खींच लिया है, जो पूर्वोत्तर में मानसून के जल्दी आने का एक कारण हो सकता है.
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार केरल में पिछले कुछ दिन से भारी बारिश हो रही है, जिसके परिणामस्वरूप मई में सामान्य से अधिक बारिश हुई है.
पूर्वोत्तर के राज्य में मानसून की तारीख क्या है?
पूर्वोत्तर के राज्य अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, नगालैंड, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर और असम में मानसून के आगमन की सामान्य तिथि पांच जून है.
आईएमडी ने कहा, “इस अवधि के दौरान दक्षिण अरब सागर के कुछ और हिस्सों, मालदीव, कोमोरिन, लक्षद्वीप के शेष हिस्सों, दक्षिण-पश्चिम और मध्य बंगाल की खाड़ी, उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं. ”
मौसम विभाग मानसून की घोषणा कब करता है?
आईएमडी केरल में मानसून के आगमन की घोषणा तब करता है, जब 10 मई के बाद किसी भी समय केरल के 14 केंद्रों और पड़ोसी क्षेत्रों में लगातार दो दिनों तक 2.5 मिमी या उससे अधिक वर्षा होती है, आउटगोइंग लॉन्गवेव रेडिएशन (ओएलआर) कम होता है और हवाओं की दिशा दक्षिण-पश्चिमी की ओर होती है.