ऑनलाइन सट्टा गिरोह का मास्टरमाइंड मधुर जैन गिरफ्तार, क्रिकेट मैच पर लगवाता था दांव, लेन-देन के लिए फर्जी बैंक खाते और सिम कार्ड का किया इस्तेमाल

Madhur Jain, the mastermind of the online betting gang, arrested, used to take bets on cricket matches, used fake bank accounts and SIM cards for transactions

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही,18 दिसम्बर/ जिले में ऑनलाइन सट्टा गिरोह के मास्टरमाइंड मधुर जैन (22 वर्षिय) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी के पास से वनप्लस 9 प्रो और आईफोन 14 प्रो मोबाइल फोन, एचपी लैपटॉप, और एप्पल टैबलेट जब्त किया गया है. वहीं पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.

गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद से था फरार

पुलिस ने 14 मई 2024 को आईपीएल के दिल्ली और लखनऊ के क्रिकेट मैच के दौरान छपराटोला में छापा मारकर गिरोह के सदस्य प्रकाश और हर्ष जायसवाल को गिरफ्तार किया था. इसके बाद से ही गिरोह का मास्टरमाइंड मधुर जैन और उसका साथी रितेश सुल्तानिया फरार चल रहे थे. पुलिस की लगातार निगरानी के बाद मुख्य आरोपी मधुर जैन आखिरकार दबोचा गया.

बेटिंग साइट पर मास्टर आईडी से गिरोह का संचालन

पुलिस की पूछताछ में मधुर जैन अपराध कबूल करते हुए गिरोह की संपूर्ण गतिविधियों का खुलासा किया. मधुर जैन अपने साथी प्रकाश केवट, हर्ष जायसवाल, रितेश सुल्तानिया, योगेश देवांगन, विनायक ताम्रकार, अजय यादव, जितेंद्र सोनवानी, राजकुमार कश्यप, राहुल कोरी, और अनुराग सोनी के साथ मिलकर स्काईएक्सचेंज.कॉम जैसी बेटिंग साइट पर मास्टर आईडी बनाकर का गिरोह का संचालन करते था.

वहीं ऑनलाइन बेटिंग के लिए फर्जी वेबसाइट “Rajaranibook” बनाई गई थी. जिसका प्रमोशन Telegram और Instagram जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर करते थे. इसके अलावा लेन-देन के लिए फर्जी बैंक खाते और सिम कार्ड का उपयोग किया जाता था.

पुलिस की कार्रवाई

आरोपियों पर छत्तीसगढ़ जुआ (प्रतिषेध) अधिनियम 2022 की धारा 06, 07, 08 और भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 120बी, 465, 467, 468, 471 और आईटी एक्ट की धारा 66सी, 66डी के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है.

पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने बताया कि गिरोह के सभी अन्य सदस्य पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं. मास्टरमाइंड मधुर जैन की गिरफ्तारी के बाद अब पूरे मामले का पर्दाफाश हो चुका है. प्रकरण के आरोपी गिरफ्तारी एवं बरामदगी में निरीक्षक नवीन बोरकर उप निरीक्षक सुरेश ध्रुव सहायक उप निरीक्षक सहस राम रजक आरक्षक राजेश शर्मा, सुरेन्द्र विश्वकर्मा की विशेष भूमिका रही.