हरेली तिहार में झलकी छत्तीसगढ़ी लोकसंस्कृति – गेडी दौड़ से लेकर नारियल फेंक तक बच्चों और बड़ों ने दिखाया उत्साह

La cultura popular de Chhattisgarhi se reflejó en Hareli Tihar: desde la carrera geedi hasta el lanzamiento de cocos, niños y adultos mostraron entusiasmo.

कोरबा, दादर | छत्तीसगढ़ की समृद्ध परंपराओं और ग्रामीण संस्कृति को समर्पित हरेली तिहार का भव्य आयोजन दादर स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर परिसर में उल्लासपूर्वक मनाया गया। पर्व की पावन शुरुआत कृषि उपकरणों की पूजा से की गई, जिसमें हल, कुदाली, टंगिया, बैलगाड़ी जैसे पारंपरिक औजारों की विधिवत पूजा कर छत्तीसगढ़ी कृषक परंपरा को सम्मानित किया गया।

इसके उपरांत गेडी दौड़, नारियल फेंक, टायर दौड़, रस्साकशी सहित अनेक पारंपरिक खेलों का आयोजन किया गया। छोटे बच्चों से लेकर युवाओं और बुजुर्गों तक ने पूरे उत्साह से भाग लिया। विशेष रूप से गेडी दौड़ प्रतियोगिता में बच्चों ने शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें आरती राठिया ने विजेता स्थान हासिल कर तालियाँ बटोरीं।

इस सांस्कृतिक उत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित छत्तीसगढ़ शासन के कैबिनेट मंत्री एवं कोरबा विधायक लखन लाल देवांगन ने कहा, “हरेली तिहार हमारी जड़ों से जुड़ा पर्व है, जो खेती, गांव, संस्कृति और छत्तीसगढ़ी अस्मिता का प्रतीक है। हमें मिलकर इन परंपराओं को जीवित और जागरूक बनाए रखना होगा।”

भाजपा जिला अध्यक्ष श्री गोपाल मोदी ने कहा, “हरेली सिर्फ पर्व नहीं, यह हमारे जीवन मूल्य और एकता का उत्सव है। इससे समाज में भाईचारा और सांस्कृतिक चेतना मजबूत होती है।”

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में भाजपा मंडल अध्यक्ष राजेश राठौर, सर्वमंगल नगर मंडल अध्यक्ष मनीष मिश्रा, वार्ड पार्षद सुनीता चौहान, पूर्व मंडल अध्यक्ष प्रकाश अग्रवाल, लक्ष्मण श्रीवास, बलराम विश्वकर्मा, प्रताप सिंह कंवर, भाजपा जिला मीडिया सह प्रभारी पवन सिन्हा, लकी नंदा, अजय चंद्रा, मिलाप बैरेट, महामंत्री मंडल पुनिराम साहू, श्रीधर द्विवेदी, शिव जायसवाल, मंडल महामंत्री गोपाल राठिया, सरस्वती पटेल, मंडल मंत्री शक्ति दास, गुड़िया यादव, उपाध्यक्ष प्रीति चौहान, नीरज ठाकुर, रितेश साहू, मनीष राम पटेल, भरत सोनी, पंचराम राठीया, श्याम सुंदर देवांगन, उमाशंकर बरेठ, रवि राठौर, विकास चौहान, हेमंत चंद्र, अनिल दत्त, केया सेन गुप्ता, चंचल राठौर, गुलजार राजपूत, गिरधारी, लक्ष्मी प्रसाद यादव समेत बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।

कार्यक्रम ने हरेली की परंपरा को एक जीवंत मंच प्रदान किया और लोगों में छत्तीसगढ़ी संस्कृति के प्रति गर्व और जागरूकता का संचार किया।