खैरागढ़, 15 मई 2024। पैसों के लिए आदमी की हद तक गिर जाता है, इसक उदाहरण खैरागढ़ में देखने को मिला। यहां एक व्यक्ति ने बीमा की राशि हड़पने के लिए अपने ही भाई को मौत के घाट उतार दिया। और मौत को दुर्घटना दिखाने के लिए शव पर गाड़ी चढ़ा दी। फिलहाल पुलिस ने हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया है।
ये पूरा मामला खैरागढ़ थाना क्षेत्र का है। 11 मई को ग्राम कुम्ही डोंगरगढ़ मार्ग पर एक शव मिला था। शव की शिनाख्त उत्तम वर्मा ग्राम आमाघाट निवासी के रूप में हुई। पुलिस ने पंचनाम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि युवक की हत्या गला घोंटकर की गई थी।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और इसकी जांच शुरू की। परिजनों से पूछताछ में पता चला कि मृतक ने कुछ माह पहले ही चार पहिया वाहन और एक हार्वेस्टर खरीदा था। दोनों वाहन मृतक के ममेरे भाई गोंदिया के आमगांव निवासी हेमंत ढेकवार के पास है। साथ ही मृतक के नाम पर महाराष्ट्र के दो बैंकों में बीमा भी है, जिसकी किस्त हेमंत द्वारा ही भरी जाती है। पुलिस को संदेह हुआ और मृतक के ममेरे भाई हेमंत को हिरासत में लिया और उससे कड़ाई से पूछताछ की। पूछताछ में ज्यादा देर आरोपी पुलिस को गुमराह नहीं कर सका और अपने भाई की हत्या करने की बात कबूल की।
आरोपी ने पुलिस पूछताछ में जो बताया उसे सुनकर जांच अधिकारियों के भी होश उड़ गये। आरोपी ने बताया कि ये सब एक प्लानिंग के तहत उसने किया था। आरोपी ने पहले तो अपने ममेरे भाई के नाम पर महाराष्ट्र के दो अलग अलग बैंक में 40-40 लाख का बीमा खुलवाया। इसके बाद बीमा की किस्त भी खुद भरने लगा। उसे पता था कि बीमा पाॅलिसी की रकम काफी बड़ी है और वो चाहे तो बीमा कंपनी की ओर से फायनेंस कंपनी से लोन ले सकता है। उसने अपने ममेरे भाई उत्तम को बुलाकर उसके नाम पर 30 लाख का लोन फायनेंस करवाया। लोन की रकम से आरोपी ने एक हार्वेस्टर और एक कार खरीदी। आरोपी को पता था कि अगर दुर्घटना में उत्तम की मौत हो जाती है तो लोन फाइनेंस कंपनी लोन माफ कर देगी और बीमा के 80 लाख भी उसे मिल जाएंगे।
रूपयों के लालच में हेमंत ढेकवार ने अपने दो साथी सुरेश मच्छिरके व प्रमचंद लिल्हरे के साथ मिलकर उत्तम की हत्या करने की योजना बनाई। घटना वाले दिन आरोपी ने उत्तम को फोन कर कार खरीदने के बहाने डोंगरगढ़ बुलाया। फिर उसे जमकर शराब पिलाया और उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि हत्या के बाद उसके शव को डोंगरगढ़-खैराबढ़ मार्ग पर फेंक दिया और शव के उपर से गाड़ी चढ़ा दी। ताकि पुलिस को लगे की युवक की मौत एक्सीडेंट में हुई है। पुलिस ने मामले में कई लोगों से पूछताछ और सैकड़ो सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपी और उसके दो साथियों को पकड़ा, तब जाकर इस मामले का खुलासा हुआ। आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।