मुख्यमंत्री से निवेशकों की मुलाकात, रायपुर में मेदांता अस्पताल और वरुण बेवरेजेस संयंत्र स्थापित करने का प्रस्ताव

Investors meet Chief Minister, proposal to set up Medanta Hospital and Varun Beverages plant in Raipur

रायपुर 24 मई 2025। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हेल्थकेयर और इंडस्ट्री सेक्टर में दो प्रमुख परियोजनाओं के लिए निवेश प्रस्ताव सामने आए हैं। मेदांता ग्रुप ने जहां अत्याधुनिक मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल की स्थापना का प्रस्ताव दिया है, वहीं वरुण बेवरेजेस ने सॉफ्ट ड्रिंक्स और जूस प्लांट लगाने की योजना पेश की है। नई दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ सदन में शनिवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से दो प्रमुख उद्योग समूहों ने मुलाकात की।

दोनों परियोजनाओं में कुल मिलाकर 750 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश की संभावना है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इन प्रस्तावों का स्वागत करते हुए राज्य सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग देने की बात कही है।यह मुलाकात राज्य में स्वास्थ्य सेवा और औद्योगिक विकास के क्षेत्र में बड़े निवेश के संकेत के रूप में देखी जा रही है।

मेदांता ग्रुप का 500 करोड़ का अस्पताल निवेश प्रस्ताव
प्रख्यात हृदय रोग विशेषज्ञ और मेदांता ग्रुप के संस्थापक डॉ. नरेश त्रेहन ने मुख्यमंत्री से भेंट कर रायपुर में एक अत्याधुनिक मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल खोलने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया।डॉ. त्रेहन ने बताया कि इस परियोजना में लगभग 500 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। यह अस्पताल उच्च तकनीक से युक्त होगा और इससे प्रदेशवासियों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी। साथ ही, यह अस्पताल रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा और मेडिकल एजुकेशन के क्षेत्र में भी सहयोगी भूमिका निभा सकता है।

वरुण बेवरेजेस का 250 करोड़ से अधिक का संयंत्र प्रस्ताव
इसी बैठक में, वरुण बेवरेजेस लिमिटेड के चेयरमैन रवि जयपुरिया ने रायपुर में एक बड़ा सॉफ्ट ड्रिंक्स और फ्रूट जूस आधारित उत्पादन संयंत्र स्थापित करने का प्रस्ताव रखा।इस परियोजना में 250 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश प्रस्तावित है। संयंत्र के माध्यम से छत्तीसगढ़ में न सिर्फ औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के भी व्यापक अवसर उत्पन्न होंगे।

मुख्यमंत्री का समर्थन और सहयोग का आश्वासन
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दोनों प्रस्तावों का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कहा कि राज्य सरकार ऐसे गुणवत्ता आधारित निवेश को प्रोत्साहित करेगी और हरसंभव सहयोग प्रदान करेगी।उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार का लक्ष्य प्रदेश को स्वास्थ्य और उद्योग के क्षेत्र में आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाना है। ऐसे निवेश से न सिर्फ बुनियादी ढांचे का विकास होगा बल्कि युवाओं को रोजगार और लोगों को बेहतर सेवाएं भी मिलेंगी।

राज्य शासन देगा हरसंभव मदद
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य शासन दोनों परियोजनाओं पर गंभीरता से विचार करेगा और सभी आवश्यक प्रक्रियाओं को प्राथमिकता पर लेकर इन्हें साकार रूप देने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।इस बैठक को छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा के अगले महत्वपूर्ण चरण के रूप में देखा जा रहा है, जहां निजी क्षेत्र के माध्यम से बुनियादी सेवाओं को सशक्त करने का प्रयास किया जा रहा है। राज्य में निवेशकों का यह विश्वास भविष्य में और बड़े निवेश के द्वार खोल सकता है।