छत्तीसगढ़ में फर्जी सशस्त्र बल जवान बनकर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी, आरोपी गिरफ्तार…

In Chhattisgarh, a man posing as a fake armed forces soldier cheated in the name of providing a job; the accused arrested.

जशपुर, 17 दिसंबर 2025। जिले में खुद को छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल का जवान बताकर नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने वाले एक शातिर आरोपी को जशपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी ने पुलिस की वर्दी पहनकर अपनी झूठी पहचान बनाई और दो महिलाओं को झांसे में लेकर उनसे करीब दो लाख रुपये की ठगी की थी। यह मामला थाना सिटी कोतवाली जशपुर क्षेत्र का है।

पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी की पहचान पुन्नी लाल अनंत (27 वर्ष) निवासी ग्राम टाडा दर्रीकापा, थाना कोटा, जिला बिलासपुर के रूप में हुई है। आरोपी जशपुर में किराए के मकान में रहकर स्वयं को छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल का सिपाही बताता था और पुलिस की वर्दी पहनकर कलेक्ट्रेट परिसर में घूमता था। इसी दौरान उसकी मुलाकात दो महिलाओं से हुई, जिन्हें उसने अपनी कथित पहुंच और प्रभाव का हवाला देकर मत्स्य विभाग सहित अन्य शासकीय विभागों में नौकरी लगवाने का भरोसा दिलाया।

आरोपी ने नौकरी दिलाने के नाम पर एक महिला से दो लाख रुपये ले लिए। जब काफी समय बाद भी नौकरी नहीं लगी और आरोपी टालमटोल करने लगा, तब पीड़िता को ठगी का एहसास हुआ। इस संबंध में प्रार्थिया सीमा बाई (39 वर्ष), निवासी झरगांव, चौकी सोनक्यारी ने थाना सिटी कोतवाली जशपुर में शिकायत दर्ज कराई।

शिकायत के आधार पर पुलिस ने बीएनएस की धारा 318(2) और 318(4) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया। मामले की जांच के दौरान आरोपी फरार हो गया था, लेकिन पुलिस ने मुखबिर सूचना और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर उसे बिलासपुर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपराध करना स्वीकार किया।

पुलिस ने आरोपी के कब्जे से नौकरी दिलाने के नाम पर लिए गए शैक्षणिक दस्तावेज, जाति प्रमाण पत्र और आधार कार्ड जब्त किए हैं। विधिवत कार्रवाई करते हुए आरोपी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।

इस मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जशपुर अनिल कुमार सोनी ने बताया कि फर्जी वर्दी पहनकर और झूठी पहचान बनाकर ठगी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे नौकरी दिलाने के नाम पर किसी के झांसे में न आएं और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना पुलिस को दें।