रायपुर 26 जुलाई 2023। नियमितीकरण की मांग को लेकर पिछले 22 दिनों से प्रदेश के संविदाकर्मी नवा रायपुर में हड़ताल कर रहे हैं, प्रदेश के एक लाख से अधिक संविदाकर्मी कामकाज छोड़कर हड़ताल पर हैं, जिसके कारण आम जनता को बहुत परेशानी हो रही है। संविदाकर्मियों के हित में निर्णय लेते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने हाल ही में प्रदेशभर के संविदाकर्मियों के वेतन में 27% की बड़ी वृद्धि कर दी है, इसके बावजूद भी हड़ताल जारी है। हड़ताली कर्मचारियों पर सरकार ने एस्मा भी लगा दिया है।
हड़ताल को लेकर प्रदेश के बुद्धिजीवियों एवं प्रशासनिक विशषज्ञों का कहना है कि यदि सरकार संविदाकर्मियों की मांग मान लेती है तो प्रदेश के उन युवाओं के साथ बड़ी नाइंसाफी होगी जो रात दिन मेहनत करके सरकारी नौकरी पाने का सपना देख रहे हैं। प्रदेश में वर्तमान में एक लाख से ज्यादा संविदाकर्मी विभिन्न शासकीय विभागों में काम कर रहे हैं, इस स्थिति में यदि नियमितीकरण की घोषणा होती है तो एक लाख से ज्यादा सरकारी नौकरियों की भर्ती कई सालों के लिए रुक जाएगी। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के सपने टूट जाएंगे।
प्रदेश के प्रशासनिक विशेषज्ञों का मानना है कि छत्तीसगढ़ में बाकी राज्यों के मुकाबले संविदाकर्मियों की स्थिति काफी बेहतर है। राज्य सरकार ने नियमित वेतन, समय समय पर वेतन में वृद्धि, संविदा कार्यों के तहत मिलने वाले सभी तरह से लाभों से संविदाकर्मियों को लाभान्वित करती रही है। जबकि दूसरी ओर संविदाकर्मी लगातार हड़ताल पर अड़े हुए हैं, जिससे न केवल महत्वपूर्ण सरकारी काम प्रभावित हो रहे हैं बल्कि आम जनता को भी लगातार परेशानियां उठानी पड़ रही है।