पूर्व राजस्व मंत्री जयसिंग अग्रवाल के मुख्य आतिथ्य में भवानी मंदिर के समीप निर्मित प्रदेश के एकमात्र छत्तीसगढ़ महतारी मंदिर में मनाया गया हरेली तिहार

Hareli Tihar se celebró en el único templo Mahtari de Chhattisgarh del estado, construido cerca del templo Bhavani, bajo la gran hospitalidad del ex Ministro de Hacienda Jaisingh Aggarwal.

कोरबा, 24 जुलाई 2025I पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने हरेली के पावन पर्व पर हसदेव नदी के तट पर भवानी मंदिर के समीप निर्मित प्रदेश के एकमात्र छत्तीसगढ़ महतारी मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना कर अंचल और प्रदेशवासियों की खुशहाली और समृद्धि के लिए कामना किया। इस अवसर पर जयसिंह अग्रवाल ने मंदिर परिसर में कृषि उपकरणों की विधिवत पूजा अर्चना किया।

तत्पश्चात मंचिय कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। मंचीय कार्यक्रम के शुरुआत में समारोह के मुख्य अतिथि जयसिंह अग्रवाल का मंदिर संचालन समिति के सदस्यों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जयसिंह अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ महतारी मंदिर के सदस्यों को बधाई देते हुए कहा कि विगत 21 वर्षों से मंदिर संचालन समिति के सदस्यगण इस परिसर में अपनी सेवाएं दे रहे है जो कि प्रशंसनीय है। विगत 21 वर्षों से मुझे भी यहां आकर छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा अर्चना करने का सौभाग्य प्राप्त होते आ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि मंदिर परिसर के पास ही एक सुविधा जनक सामुदायिक भवन एवं शेड का निर्माण करवाया गया है जिससे विभिन्न कार्यक्रम के आयोजनों में लाभ मिलता है। श्री अग्रवाल ने आगे कहा कि हरेली का पर्व किसानों, खेतीहर, कामगरों का महान लोकपर्व है इस दिन किसान अपने कृषि उपकरणों का घर के आंगन में परंपरागत ढ़ंग से पूजा अर्चना करते है। चारों तरफ खेत-खलिहानों में मनमोहक और आंखो को सुकून देने वाले हरियाली तथा शीतल हवाएं से आनंद मिलता है।


संचालन समिति के अध्यक्ष मोहन प्रधान ने स्वागत उद्बोधन किया। जिन्होंने बताया कि समूचे छत्तीसगढ़ में कोरबा एकमात्र ऐसी जगह है जहां आज से बीस साल पहले जयसिंह अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ महतारी मंदिर का निर्माण करवाया था। जहां प्रतिवर्ष हरेली पर्व का भव्य आयोजन किया जाता है। इस मंदिर परिसर में दूरस्थ अंचलों के भी श्रद्धालु पहुंचकर पूजा अर्चना करते हैं। तथा प्रदेश के ख्यातिलब्ध लोक कलाकारों के जत्थे नृत्य अथवा गायन विधाओं में अपनी प्रस्तुतियां देते हैं। यहां सुबह से ही मेले जैसा माहौल बना रहता है।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि पूर्व महापौर राजकिशोर प्रसाद एवं पूर्व सभापति श्यामसुंदर सोनी ने भी अपने विचार व्यक्त किया । कार्यक्रम स्थल पर हर आयु वर्ग के लोगों के लिए नारियल फेक, गेडी दौड़ सहित अनेक पारंपरिक खेल स्पर्धाओं का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि व अन्य मंचस्थ अतिथियों के हाथों पुरूस्कृत किया गया। आज के कार्यक्रम में कोरबा के लोक कलाकार थीरमन दास अपने दल के साथ रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर उपस्थित बड़ी संख्या में महिलाओं ने हरीतिमा का प्रतीक हरे रंग की साड़ियां पहन रखी थीं। उपस्थित लगभग एक हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम का संचालन अंचल के प्रसिद्ध रंगमंच कर्मी घनश्याम श्रीवास ने किया तथा आभार प्रदर्शन समिति के महासचिव प्यारे लाल चौधरी ने व्यक्त किया । कार्यक्रम को सफल बनाने में संरक्षक मोहन प्रधान, महासचिव प्यारे लाल चौधरी, संगठन सचिव सुरेश कुमार द्विवेदी, आर.के. पाण्डेय, गीता महंत, सपना चौहान, द्रोपती तिवारी, कुसुम द्विवेदी, अमृता निषाद, ममता अग्रवाल, दिनेश कुमार केवट, ममता कटकवार, वरिष्ठ संरक्षक हरिशचंद्र निषाद, यू.आर. महिलांगे, रामाधार पटेल, थिरमन दास, रजनीश निषाद, पवन जांगड़े, रमेश श्रीवास, डिगम्बर कर्ष, रामेश्वर महंत, दिलहरण महंत, निर्मल राज, छतराम यादव, एन डी कोलियर, श्याम बाई महंत, झलकुंवर, राजमति यादव आदि का सराहनीय योगदान रहा।

इस अवसर पर कृपाराम साहू, डॉ.रामगोपाल कुर्रे, नारायण कुर्रे, बद्री किरण, मुकेश राठौर, सुभाष राठौर, सुकसागर निर्मलकर, मनक साहू, आनंद पालीवाल, पालुराम साहू, सुरेश सहगल, अनिवाशा बंजारे, प्रदीप पुरायणे, झलकुंवर, शालु पनरिया, शांता मण्डावे सहित बड़ी संख्या में कोरबा शहर व ग्रामीण अंचल के गणमान्य स्त्री पुरूष उपस्थित रहे।