आर्थिक, मानसिक और शारीरिक कष्ट होंगे दू
कोरबा 09 दिसंबर 2024/ जिले के दूरस्थ क्षेत्र के स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक अक्सर आवास के लिए जूझते हैं। आवास नहीं होने की वजह से वे या तो कई किलोमीटर दूर तक सफर कर स्कूल पहुंचते हैं या फिर मजबूरी में स्कूल के आसपास किसी तंग कमरे में अथवा किराए में रहते हैं। स्कूल के आसपास कमरा नहीं मिलने पर लंबी दूरी तय कर विद्यालय पहुंचने से शिक्षकों को भी भारी परेशानी उठानी पड़ती है। शारीरिक थकावट के साथ आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है। थके हुए हालातों में उनका मन भी विद्यार्थियों को ठीक से पढ़ाने में नहीं लगता। कुछ इसी तरह की शिक्षकों की समस्याओं को दूर करने की पहल कोरबा जिले में की जा रही है। अनुसूचित जिले में शिक्षा के महत्व को ध्यान रखकर जिले के कलेक्टर श्री अजीत वसंत द्वारा मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर दूरस्थ क्षेत्रों के विद्यालयों के आसपास डीएमएफ से 20 रेसिडेंशियल हॉस्टल (शिक्षक आवास) स्वीकृत किए हैं। लगभग 09 करोड़ 12 लाख 90 हजार रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति भी दी गई है। आने वाले दिनों में शिक्षकों को अपने आसपास के विद्यालयों में आवास मिलने पर वे नियमित रूप से अपनी उपस्थिति स्कूल में दे पाएंगे। इस व्यवस्था से विद्यालयों में विद्यार्थियों को भी समय पर शिक्षा मिलेगी।
जिले में शिक्षा के क्षेत्र में अभिनव पहल लगातार जारी है। इसी कड़ी में शिक्षक आवास की व्यवस्था भी जिले की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में कारगर साबित होगी। शिक्षकों के लिए जिले में जिला खनिज संस्थान न्यास से 20 रेसिडेन्शियल हॉस्टल की स्वीकृति प्रदान की है। जिले के पोड़ी-उपरोड़ा, कोरबा, पाली, करतला ब्लॉक अंतर्गत दूरस्थ क्षेत्रों में स्थित विद्यालयों में अध्यापन कराने वाले शिक्षकों के लिये आवास की पूर्ति होने पर उन्हें काफी सहूलियत मिलेगी। इन रेसिडेन्शियल हॉस्टलों में नजदीकी क्षेत्र के विद्यालयों में अध्यापन कराने वाले शिक्षक रूक पाएंगे। कोरबा विकासखण्ड के संकुल श्यांग, संकुल अजगरबहार, संकुल लेमरू, संकुल कुदमुरा, करतला विकासखण्ड अंतर्गत संकुल बरपाली, संकुल करतला, संकुल कोरकोमा, संकुल रामपुर, कटघोरा विकासखण्ड अंतर्गत संकुल रंजना, संकुल कटघोरा में रेसिडेन्शियल हॉस्टल का निर्माण कार्य हेतु 10 स्थानों पर ग्रामीण स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को एजेंसी नियुक्त करते हुए प्रत्येक संकुलों के लिए राशि 4169000 के मान से प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है।
इसी तरह लोक निर्माण विभाग को क्रियान्वयन एजेंसी नियुक्त करते हुए पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड अंतर्गत संकुल पसान, संकुल मोरगा, संकुल जटगा, संकुल कोरबी तथा पाली विकासखण्ड के संकुल जेमरा, संकुल तिवरता, संकुल उतरदा, संकुल चोढ़ा, संकुल सिल्ली और संकुल सपलवा में रेसिडेन्सियल हॉस्टल के निर्माण हेतु प्रत्येक के लिए अलग-अलग 49 लाख 60 हजार के मान से प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। आने वाले कुछ दिनों में शिक्षक आवास बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। शिक्षक आवास बनाए जाने की पहल को जिले के शिक्षकों ने सराहा है। उनका कहना है कि आवास की कमी दूर होने से शिक्षकों को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक समस्याओं का सामना नहीं करना पडे़गा।