कोरबा/व्यापारी सुरक्षा फोरम संस्थान (VSFS) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक नई दिल्ली के कांस्टीटयूटशन क्लब में सम्पन्न हुई। इस अवसर पर देश के लगभग 17 प्रांतों के पदाधिकारीगणों के साथ साथ बडी संख्या में फोरम के सदस्यगण उपस्थित हुए। कोरबा से व्यापारी सुरक्षा फोरम संस्थान के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक मोदी जी की गरिमामय उपस्थिति थी।
व्यापारी सुरक्षा फोरम संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक गोयल की अध्यक्षता, व्यापारी कल्याण बोर्ड के राष्ट्रीय चेयरमेन सुनील सांधी जी (दर्जा केन्द्रीय केबीनेट मंत्री) के मुख्य आतिथ्य एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं थल सेना अध्यक्ष जनरल वी.के सिंह, अंतर्राष्ट्रीय वैश्य समाज के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल, छत्तीसगढ़ के श्री अशोक मोदी, श्री कृष्ण वीर चैधरी, एम.एस.एम.ई बोर्ड संगठन के श्री रजनीश गोयनका जी तथा सूर्यकांत शाही (पूर्व कृषिमंत्री:उ.प्र.) के विशिष्ट आतिथ्य में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
व्यापारी कल्याण बोर्ड के राष्ट्रीय चेयरमेन सुनील सांधी जी ने अपने उदबोधन में बताया कि मा. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा व्यापारी कल्याण बोर्ड की स्थापना व्यापारियों के हितो की रक्षा के लिये की गई है एवं इस बोर्ड के द्वारा व्यापारियों के हितो के लिये अनेकोनेक कार्य किये जा रहे है। सांघी जी ने बताया कि व्यापारी सदैव राष्ट्रहित में कार्य कर अपना टेक्स समय से सरकार को पटाता है यदि इसके पश्चात भी व्यापारियों को सरकार की किसी भी नीतियों से परेशानी है तो वे व्यापारियों की उचित समस्याओं का समाधान सरकार से लगातार करवा रही है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं थलसेना अध्यक्ष जनरल वी.के .सिंह ने अपने उदबोधन में बताया कि मा. प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत देश दुनिया की 11 वी अर्थव्यवस्था से 5 वी अर्थव्यवस्था बनी है एवं आज यह दुनियाॅ की तीसरी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है जिसमें सबसे प्रमुुख योगदान व्यापारियों का है एवं वे व्यापारियोे के हितो की रक्षा के लिये सदैव उनके साथ है उन्होने उपस्थित समस्त व्यापारी सुरक्षा फोरम संस्थान के सदस्योे को शपथ दिलाई कि सभी राष्ट्रहित में कार्य कर देश को आगे बढाने में अपना यथायोग्य सहयोग करेगें।
कोरबा से व्यापारी सुरक्षा संस्थान के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक मोदी जी ने अपने उदबोधन में बताया कि सरकार को सबसे अधिक राजस्व व्यापारी टेक्स के माध्यम से देता है और सरकार इस टेक्सों का उपयोग राष्ट्रहित में करती है उन्होने वर्तमान सरकार की सराहना करते हुए बताया कि यह सरकार व्यापारियों के हितार्थ कार्य कर रही है एवं उन्होनेसुगमता से व्यवसाय करने हेतु सरकार से पांच मांग की है कि:-
1. सरकार ने एक कर प्रणाली जी.एस.टी. को लागू कर व्यापारियों को राहत देने का प्रयास किया है तथा सरकार अपने 7 वर्षों के कार्यकाल में एक कर प्रणाली जी.एस.टी. काऊन्सिलिंग की 54 बार बैठक लेकर जी.एस.टी. में लगभग 907 से अधिक संशोधन कर चुकी है अतः इन संशोधनों के मध्य में व्यापारियो ने जो भी ब्याज, पेनाल्टी, अतिरिक्त भुगतान किया है वह व्यापारी को रिफण्ड मिलना चाहिये।
2. जी.एस.टी. के पूर्व के पुराने सभी केस इनकम टेक्स, वेट टेक्स, एक्साईज डयूटी, सर्विस टेक्स इत्यादि को सेटलमेंट स्कीम के अंतर्गत लाकर सेटल कर समाप्त किया जाना चाहिये ताकि अपील, रिवीजन, ट्रिब्यूनल कोर्ट में समय बर्बाद ना करके व्यापारी अपना ध्यान व्यापार में दे सकें।
3. अधिकारियों द्वारा व्यापारियों को दिये जाने वाले अनावश्यक एवं गलत नोटिसों/आर्डर को शीघ्र बंद किया जाना चाहिये एवं अधिकारियों की गलतियों पर उन पर भी पेनाल्टी लगाने का अधिकार व्यापारियों को भी मिलना चाहिये।
4. व्यापारियों हेतु पंेशन योजना, इन्श्योरेंस योजना, सुरक्षा एवं सम्मान योजना प्रारम्भ की जानी चाहिये।
5. टी.डी.एस, टी.सी.एस के 100 से अधिक प्रावधानों के स्थान पर किसी एक नियम के तहत् एक ही दर से एक ही सोर्स से काटा जाना चाहिये।
कार्यक्रम की सभी ने सराहना की एवं इस अवसर पर व्यापारी सुरक्षा फोरम संस्थान के महामंत्री सच्चिदानंद, अजय गुप्ता, कोषाध्यक्ष जितेन्द्र सिंघल इत्यादि की भी गरिमामय उपस्थिति थी।