कोरबा में कुमारी शोभा सिंह लव जिहाद मामले में हिन्दू जागरण मंच की अगुवाई में कुमारी शोभा सिंह की माँ और राजपूत क्षत्रिय समाज ने धारा (7) के तहत दर्ज की आपत्ति।

En el caso de la yihad amorosa de Kumari Shobha Singh en Korba, la madre de Kumari Shobha Singh y el Rajput Kshatriya Samaj, dirigido por Hindu Jagran Manch, presentaron una objeción en virtud del artículo (7).

कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा में विगत 3 महीने से चल रहे शोभा सिंह लव जिहाद मामले में तौसिफ मेमन और शोभा सिंह के द्वारा विशेष विवाह अधिनियम के तहत जिला विवाह अधिकारी के समक्ष विवाह हेतु आवेदन प्रस्तावित है। इस विवाह के खिलाफ आज कुमारी शोभा सिंह की माँ एवं राजपूत क्षत्रिय समाज के दायित्ववान सदस्यों के  साथ समाज के माननीय अध्यक्ष अवधेश सिंह ने विवाह अधिकारी के समक्ष आपत्ति दर्ज की है।

साथ ही इस मामले में प्रशासन एवं माननीय उच्च न्यायालय के समक्ष फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत करने वाले युवक तौसिफ मेमन एवं उनके सहयोगियों के खिलाफ धोखाधड़ी एवं अन्य धाराओं के साथ FIR दर्ज करने का आवेदन किया गया है।

मामले में 24 वर्षीय मुस्लिम युवक तौसीफ मेमन पर आरोप है कि उसने कुमारी शोभा सिंह का नाम बिना किसी संवैधानिक प्रक्रिया के ही “सोना मेमन” लिखवाकर वैवाहिक प्रमाण पत्र संलग्न किया है जो षड्यंत्र पूर्वक, जालसाजी और धोखाधड़ी करते हुए प्रशासन एवं न्यायालय को गुमराह करने का प्रयास किया है, जो कि एक दंडनीय अपराध है।

फर्जी दस्तावेजों का खुलासा – लड़की का नाम बदलकर बना “सोना मेमन”
राजपूत क्षत्रिय समाज द्वारा उजागर किए गए दस्तावेजों के अनुसार, पश्चिम बंगाल के मुस्लिम मैरिज रजिस्ट्रार ने 23 अप्रैल 2023 को जिन प्रमाणपत्रों को जारी किया, उनमें युवती के नाम के स्थान पर “सोना मेमन” दर्ज किया गया है। और 24 अप्रैल 2025 को जारी एक अन्य विवाह दस्तावेज में युवती का नाम शोभा सिंह दर्ज किया किया गया।

राजपूत समाज का बड़ा आरोप – “यह लव जिहाद नहीं तो और क्या है?”
राजपूत क्षत्रिय समाज के जिलाध्यक्ष अवधेश सिंह  ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा:

यह सिर्फ एक युवती को धोखा देने का मामला नहीं, बल्कि हिंदू समाज की बेटियों की अस्मिता और संस्कृति पर हमला है। आरोपी युवक ने सुनियोजित तरीके से युवती को फंसाया, उसकी पहचान बदली और फर्जी कागजात के जरिए उसे मानसिक, सामाजिक और धार्मिक रूप से तोड़ने की साजिश रची।”

राजपूत समाज की मांगें:
✅ आरोपी तौसीफ मेमन एवं उनके सहयोगियों पर तत्काल एफआईआर दर्ज हो।
✅ विवाह प्रमाणपत्र बनाने में शामिल अधिकारियों की कोरबा से लेकर कोलकाता तक की भूमिका की गहन जांच हो।
✅ आरोपी पर धोखाधड़ी, धर्मांतरण के लिए जबरदस्ती और देशद्रोह जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा चले।
✅ युवती और उसके परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए।

सामाजिक उबाल – उग्र आंदोलन की चेतावनी
राजपूत समाज और हिंदू जागरण मंच ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई नहीं की, तो वे सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करेंगे। ज्ञापन में कहा गया है कि यह मामला सिर्फ एक परिवार का नहीं बल्कि पूरे हिंदू समाज की गरिमा का है।

ज्ञापन न्यायालय और पुलिस अधीक्षक को सौंपा
सामाजिक संगठन के पदाधिकारियों ने न्यायालय और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि:

तौसीफ मेमन और उसके परिवार द्वारा प्रस्तुत दस्तावेज न केवल झूठे हैं, बल्कि यह दिखाता है कि युवती को फंसाकर उसकी पहचान बदलने का सुनियोजित षड्यंत्र रचा गया।”

अन्य संगठनों की लामबंदी
यह मामला सामने आते ही हिन्दूजागरण मंच और अन्य हिन्दू संगठनों ने भी प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। इन संगठनों ने इसे “हिंदू बेटियों की अस्मिता पर खुला हमला” करार दिया।

जनआंदोलन का बिगुल – प्रशासन पर बढ़ा दबाव
क्षत्रिय समाज और सहयोगी संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर एक सप्ताह के भीतर आरोपी पर कार्रवाई नहीं हुई तो कोरबा समेत पूरे छत्तीसगढ़ में विशाल धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।

क्या बोले प्रशासन के अधिकारी?
प्रशासन की ओर से इस मामले में अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने दस्तावेजों की सत्यता की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही मामले में बड़ी कार्रवाई संभव है।