पालिका दफ्तर पहुंचे सांसद प्रतिनिधि बरपाई दहशत, महिलाकर्मी से अभद्रता के बाद कर्मचारियों को धमकाते हुए कहा- मैं नेतागिरी यहीं करूंगा

El representante del MP llegó a la oficina municipal, presa del pánico, tras portarse mal con una empleada, amenazó a los empleados y dijo: "Haré política aquí solamente".

पालिका के कर्मियों का आरोप- सांसद प्रतिनिधि प्रदीप अग्रवाल ने धमकी दी और सरकारी कार्य में बाधा डाली

कोरबा बांकी मोंगरा। नगर पालिका परिषद कार्यालय बांकी-मोंगरा में मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ। किसी काम से दफ्तर पहुंचे सांसद प्रतिनिधि प्रदीप अग्रवाल ने यहां जमकर उदंडता दिखाई। उन्होंने न केवल यहां कार्यरत महिलाकर्मी के साथ अभद्र व्यवहार किया, शासकीय कार्य में बाधा डालते हुए कर्मचारियों को धमकाया और गाली-गलौज भी की। मौजूद कर्मियों और आम लोगों ने शांतिपूर्वक बात रखने के लिए जब समझाने की कोशिश की, तो भी वे नहीं मानें और अपनी धौंस दिखाते हुए कहा कि मैं नेतागिरी यहीं करूंगा। उनके इस कारनामें से न केवल रोष है, बल्कि नगर पालिका कार्यालय बांकी-मोंगरा में कार्यरत कर्मियों में दहशत भी व्याप्त है। प्रत्यक्षदर्शियों ने इस कारनामें का वीडियो भी बनाया, जो अब सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।

कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत के सांसद प्रतिनिधि प्रदीप अग्रवाल ने मंगलवार को नगर पालिका कार्यालय बांकी-मोंगरा में जमकर हंगामा किया। परिषद कार्यालय में अचानक अफरा-तफरी का माहौल बन गया और इस हंगामें से खौफजमा कर्मचारियांें के साथ आम जनता भी दहशत में आ गई। सांसद प्रतिनिधि प्रदीप अग्रवाल कार्यालय में घुसकर हंगामा करने लगे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, उन्होंने नगर पालिका स्टाफ के साथ अभद्र व्यवहार किया, गाली-गलौज की और महिला कर्मचारी सुषमा निराला से भी बदतमीजी की। जब उन्हें समझाते हुए शांति रखने की कोशिशि की गई तब भी वे नहीं मानें और उल्टा धमकी-चमकी देते हुए कहा कि मैं नेतागिरी यही करूंगा। सरकारी कार्य में बाधा डालने का प्रयास के साथ कर्मचारियों को दहशत में डालने का काम उनका यह बयान वीडियो के साथ अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उनकी दहशतगर्दी को साफ-साफ सुना और देखा जा सकता है। आमजनों में अब यही चर्चा गर्म हो रही है कि इस प्रकार अगर सांसद प्रतिनिधि द्वारा ही बिना उचित सूचना या कोई आवेदन किए ही नगरीय निकाय के कर्मचारियों को डराया और धमकाया जाएगा तो कर्मचारी अपने कर्तव्य भली भांति कैसे निभा पाएंगे।

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30 वार्ड की पालिका में मात्र 4 से 5 कर्मचारी कार्यरत
इस हो-हंगामें की रिकार्डिंग का जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें स्पष्ट सुनाई और दिखाई दे रहा है कि आधार कार्ड के किसी काम से तेज बहस हो रही है। कर्मचारी कहते सुनाई दे रहे हैं कि आधार कार्ड का काम करने वाले कर्मी उस वक्त वहां नहीं थे, जिसे लेकर सांसद प्रतिनिधि प्रदीप अग्रवाल अचानक भड़क गए और हंगामा मचाने लगे। उन्होंने वहां मौजूद महिला कर्मी से भिड़ गए और बदतमीजी करने लगे। सांसद प्रतिनिधि के इस अभद्र व्यवहार से आहत होकर महिलाकर्मी ने उन्हें शांत करने का प्रयास भी किया, लेकिन सांसद प्रतिनिधि ने इसका लिहाज करने की बजाय धमकाना शुरु कर दिया और बात बढ़ती चली गई। सांसद प्रतिनिधि प्रदीप अग्रवाल का हंगामा मैं नेतागिरी यहीं करूंगा’ कहते हुए कर्मचारियों को दी गालियां और धमकी देना शुरु कर दिया। इसके चलते कार्यालय में अफरातफरी मच गई। एक कर्मचारी ने कहा कि 30 वार्ड की नगर पालिका में जहां पहले से ही सिर्फ 4-5 कर्मचारी काम कर रहे हैं, वहां अगर इस तरह के दबाव और धमकियां दी जाएंगी तो हम अपने दायित्व कैसे निभाएंगे?

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स्थानीय लोगों ने की निंदा, कहा- ऐसे लोग लोकतंत्र के लिए खतरा

नगर पालिका कर्मचारियों का आरोप है कि प्रदीप अग्रवाल ने सरकारी कार्य में बाधा डाली और धमकाने की कोशिश की। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह का व्यवहार किसी भी जनप्रतिनिधि के लिए न केवल अशोभनीय है बल्कि कर्मचारियों के मनोबल को भी तोड़ता है। स्थानीय लोगों ने भी घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत हैं। जनता ने नेताओं को विकास और जनसेवा के लिए चुना है, न कि सरकारी दफ्तरों में घुसकर कर्मचारियों को डराने और गाली-गलौज करने के लिए। सरकारी कार्यों में बाधा डालना और कर्मचारियों को दहशत में डालने जैसी घटनाएं अगर यथावत रहीं तो नगरीय निकाय में कामकाज ठप होना तय है।
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