एकादशी, ऐसे करे पूजा, मां लक्ष्मी की कृपा के साथ बनी रहेगी बरकत

29 मई 2023 निर्जला एकादशी 31 मई 2023 को है. मान्यता है इस दिन मंत्रों से विष्णु जी की पूजा करने से किस्मत के द्वार खुल जाते हैं. भाग्य में वृद्धि होती है और व्रत-पूजा का पूर्ण फल मिलता है.
निर्जला एकादशी के दिन अगर आपके घर में तुलसी का पौधा नहीं है तो इस दिन तुलसी का पौधा जरूर लेकर आएं. तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास माना गया है. साथ ही यह घर की सभी नकारात्मकता को दूर करता है.
शास्त्रों में मोर पंख कृष्ण जी का प्रिय माना गया है. साथ ही श्री कृष्ण को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है. इसलिए निर्जला एकादशी के दिन घर में मोर पंख घर लेकर आएं. इससे घर में बरकत बनी रहेगी.


निर्जला एकादशी का महत्व
इस व्रत को लेकर धार्मिक मान्यता यह है कि यदि आप पूरे साल एक भी एकादशी का व्रत नहीं करते हैं और निर्जला एकादशी का व्रत करते हैं तो आपको संपूर्ण एकादशियों का फल स्वतः ही प्राप्त हो जाता है और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। निर्जला यानि यह व्रत बिना जल ग्रहण किए और उपवास रखकर किया जाता है। इसलिए यह व्रत कठिन तप और साधना के समान महत्त्व रखता है।

इस व्रत के प्रभाव से प्राणी जीवन-मरण के बंधन से मुक्त होकर मोक्ष को प्राप्त करता है। निर्जला एकादशी के इस महान व्रत को ‘देवव्रत’ भी कहा जाता है क्योंकि सभी देवता,दानव,नाग,यक्ष,गन्धर्व,किन्नर,नवग्रह आदि अपनी रक्षा और जगत के पालनहार श्री हरि की कृपा प्राप्त करने के लिए एकादशी का व्रत करते हैं। पौराणिक मान्यता के अनुसार इस एकादशी में ब्रह्महत्या सहित समस्त पापों का शमन करने की शक्ति होती है। इस दिन मन, कर्म, वचन द्वारा किसी भी प्रकार का पाप कर्म करने से बचने का प्रयास करना चाहिए। साथ ही तामसिक आहार, परनिंदा एवं दूसरों का अपमान से भी दूर रहना चाहिए। भक्तिपूर्वक इस व्रत को करने से व्रती को करोड़ों गायों को दान करने के समान फल प्राप्त होता है।

जल दान करने का मंत्र
इस दिन व्रत करने वाले को या जो व्रती नहीं भी हैं उन्हें जरूरतमंद व्यक्ति या किसी श्रेष्ठ ब्राह्मण को शुद्ध पानी से भरा घड़ा यह मंत्र पढ़कर दान करना चाहिए।
देवदेव हृषिकेश संसारार्णवतारक।
उदकुंभप्रदानेन नय मां परमां गतिम्॥
अर्थात संसार सागर से तारने वाले देवदेव हृषिकेश इस जल के घड़े का दान करने से आप मुझे परम गति प्रदान करें।

निर्जला एकादशी के दिन घर में लाएं क्या चीजें

मान्यता है कि निर्जला एकादशी के दिन व्रत और पूजा करने से व्यक्ति के समस्त कष्टों का निवारण होता है। इस दिन घर में कामधेनु गाय की मूर्ति लाने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। साथ ही परिवार में खुशहाली बनी रहती है। निर्जला एकादशी के दिन घर में पीली कौड़ियां लाकर इसे लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें। इस उपाय से घर में बरकत बनी रहती है।

किस उपाय से दूर भागेगी नकारात्मकता

निर्जला एकादशी के दिन घर में तुलसी का पौधा जरूर लगाना चाहिए। यह घर से सभी प्रकार की नकारात्मकता को दूर रखता है। लेकिन इस बात का भी ध्यान रखें कि एकादशी के दिन तुलसी में जल नहीं चढ़ाया जाता। इस दिन घर में नारियल लाकर उसे तिजोरी में रखें। ऐसा करने से धन की कमी की समस्या खत्म हो जाती है।