उपार्जन केंद्रों में धान विक्रय की सुचारू व्यवस्था से कृषक बिना किसी तनाव के बेच पा रहे अपनी फसल

Due to the smooth arrangement of paddy sale in procurement centers, farmers are able to sell their crops without any tension

किसानों को उनकी मेहनत का सही मूल्य मिलने से बढ़ता है मनोबल :- किसान हरिनारायण

सरकार की धान खरीदी नीति, अन्नदाताओं को आर्थिक सुरक्षा का मजबूत आधार कर रही प्रदा

 कोरबा 25 नवंबर 2024/किसान हितैषी सरकार द्वारा उपार्जन केंद्रों में किसानों की उपज की सुगम और पारदर्शी खरीददारी के लिए आवश्यक व्यवस्था की गई है। इसके तहत, किसानों को उनकी मेहनत की उचित कीमत मिल रही है। ऑनलाइन टोकन प्रणाली, बारदाने की पर्याप्त उपलब्धता, और त्वरित तौलाई जैसी सुविधाएं किसानों को अपने उत्पाद बेचने में अधिक सहजता और पारदर्शिता प्रदान कर रही हैं।
       कटघोरा विकासखण्ड के धान उपार्जन केंद्र छुरीकला में अपनी उपज विक्रय के लिए पहुँचे छुरी के किसान श्री गुना राम केवर्त्त एवं उनके पुत्र हरिनारायण ने केंद्र में धान विक्रय के लिए किसानों हेतु की गई व्यवस्था पर प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने बताया की केंद्र में धान विक्रय में किसी प्रकार की समस्या नहीं हुई, बड़ी सरलता से उनका धान विक्रय हो गया। हरिनारायण ने बताया कि उनका सात एकड़ जमीन है। जहां वे खरीफ समय में धान की फसल लेते हैं। आज वे 50 क्विंटल धान विक्रय के लिए लाये हैं। जिसका टोकन उन्होंने कुछ दिन पूर्व ही ऑनलाइन मोबाइल के माध्यम से प्राप्त किया। आगामी दिनों में उनके द्वारा और धान भी विक्रय के लिये केन्द्र में लाया जायेगा। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए धान की तौलाई और बिक्री की प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाने के लिए ऑनलाइन टोकन प्रणाली लागू की गई है। मोबाइल के जरिए टोकन प्राप्त करने की व्यवस्था से किसानों को लंबी कतारों से बचने में मदद मिल रही है। साथ ही केंद्र में बारदाने की पर्याप्त उपलब्धता से उनकी फसल बिना किसी परेशानी के तौलाई हो गई।
       हरिनारायण ने कहा कि इस तरह की सुविधा मिलने से किसानों को अपनी उपज सही समय पर और सही तरीके से बेचने में सहायता हो रही है। सरकार द्वारा किसानों को भुगतान में देरी न हो, इसके लिए उचित प्रबंधन करते हुए भुगतान की त्वरित व्यवस्था की गई है।  जिससे किसान बिना किसी तनाव के अपनी फसल बेच पा रहे हैं। सरकार की इस प्रकार की नीतियां और कदम अन्नदाताओं को आर्थिक सुरक्षा और समर्थन का एक मजबूत आधार प्रदान करती हैं। किसानों को उनकी मेहनत का सही मूल्य मिलने से निश्चित ही उनका मनोबल बढ़ता है और किसान आगामी सीजन में बेहतर उत्पादन के लिए प्रोत्साहित होते है।
       छुरीकला उपार्जन केंद्र के प्रबंधक ने बताया कि 14 नवम्बर से अब तक केंद्र में 287.60 क्विंटल धान क्रय किया गया है। केंद्र में लगभग 32 गांव के कुल 1185 पंजीकृत कृषक धान विक्रय करते है। समिति में 15 हजार नए बारदाने एवं लगभग 10 हजार पीडीएस बारदाना सहित बारदाने की पर्याप्त उपलब्धता है।