10 वीं के छात्रा ने जहां बलरामपुर में जान दे दी, वहीँ जांजगीर में 12वी की छात्रा ने आत्महत्या कर ली,ऐसे में पैरेंट्स बच्चों का विशेष ध्यान रखें। क्योंकि रिजल्ट आने से बच्चा तनाव में है।
कोरबा / परीक्षा में फेल होने पर 2 बच्चों ने जान दे दी।10 वीं के छात्रा ने जहां बलरामपुर में जान दे दी, वहीँ जांजगीर में 12वी की छात्रा ने आत्महत्या कर ली। इत्तेफाक की बात ये है कि दोनों 2-2 सब्जेक्ट में फैल हो गए थी, जिसके बाद इन दोनों ने आत्मघाती कदम उठा लिया।रिजल्ट आने के बाद से दोनों टेंशन में थी। सुबह परिजनों को लाश लटकती मिली। पूरा मामला नवागढ़ थाना क्षेत्र और रामानुजगंज थाना क्षेत्र का है।
ऐसे में पैरेंट्स बच्चों का विशेष ध्यान रखें। क्योंकि रिजल्ट से पहले हर बच्चा तनाव में होता है। चाहे वो पढ़ने में तेज हो या कमजोर। ऐसे में पैरेंट्स को बच्चे पर हर पल नजर रखनी चाहिए। रिजल्ट से पहले बच्चों का तनाव दूर करने की कोशिश करें। हो सके तो उनके साथ कोई गेम खेलें। रिजल्ट जारी होने की घोषणा के बाद या रिजल्ट जारी होने वाले दिन यदि बच्चे के व्यवहार में किसी तरह का गंभीर बदलाव नजर आए तो उसे इग्नोर कतई न करें। बच्चा अगर मजाक में भी अगला लेख रहा है कि रिजल्ट अच्छा नहीं आने पर वह आत्महत्या कर लेगा। घर नहीं आएगा तो इसे गंभीरता से लें और तुरंत उसे समझाएं। महान हस्तियों के उदाहरण देकर उन्हें समझाएं कि कम नंबर आए तो घबराने की जरूरत नहीं है। इम्तिहान तो जिंदगीभर चलते रहेंगे।