कलेक्टर ने चैतुरगढ़ पहुँचकर मां महिषासुर मर्दिनी के किए दर्शन

Collector reached Chaiturgarh and had darshan of Maa Mahishasur Mardini.

पर्यटकों की सुविधाओं के लिए चैतुरगढ़ में होंगे विकास कार्यों का किया जाएगा विस्तार

प्रभावी कार्ययोजना तैयार कर करने के दिए निर्देश

कोरबा 21 जनवरी 2024/ कलेक्टर श्री अजीत वसंत ने आज कोरबा के पाली विकासखण्ड के चैतुरगढ़ स्थित ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक महत्व वाले मां महिषासुर मर्दिनी मंदिर व परिसर का निरीक्षण कर धार्मिक के साथ-साथ पर्यटन स्थल के रूप में  क्षेत्र को विकसित करने हेतु प्रभावी कार्य योजना तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।  इस अवसर पर एसडीएम पाली सुश्री रूचि शार्दूल, जनपद सीईओ पाली श्री भूपेंद्र सोनवानी, वन विभाग, मंदिर प्रबंधन के सदस्य सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने चैतुरगढ़ पहुंचकर मां महिषासुर मर्दिनी के दर्शन कर विधिवत पूजा अर्चना की। उन्होंने पूरे मंदिर परिसर का निरीक्षण कर वर्तमान आधारभूत संरचनाओं व सुविधाओं की जानकारी ली। साथ ही व्यापक सुधार व जीर्णाेद्धार की संभावनाओं पर भी चर्चा की। उन्होंने चैतुरगढ़ पहाड़ पर जनसुविधाओं का विस्तार, पानी और बिजली जैसी आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु अधिकारियों को आवश्यक कार्य योजना तैयार करने के लिए कहा

। साथ ही मंदिर परिसर में तात्कालिक तौर पर हो पाने वाली सुविधाओं को विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने मंदिर परिसर में क्रेडा विभाग के माध्यम से पर्याप्त विद्युत व्यवस्था हेतु और अधिक सोलर लाइट लगवाने के लिए कहा। कलेक्टर ने मंदिर परिसर के आस-पास भूमि का समतलीकरण, पार्किंग स्थल की व्यवस्था, तालाब की सफाई के काम को प्राथमिकता से कराने के निर्देश दिए। साथ ही परिसर में निर्मित शेड की मरम्मत, सार्वजनिक शौचालय, पेयजल, विद्युत व्यवस्था जैसे अन्य सुविधाओं का विस्तार करने हेतु प्रभावी कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए।
पहाड़ी पर मंदिर तक पहुँच मार्ग पर रेलिंग लगाने के दिए निर्देशः-
कलेक्टर ने पहाड़ी पर स्थित मन्दिर तक पहुँच हेतु संकरी सड़क के चौड़ीकरण की संभावनाओं पर भी चर्चा की एवं वैकल्पिक बनाए गए असुरक्षित पगडंडी मार्ग को बंद कराने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही मार्गाे में सहारा व सुरक्षा देने हेतु रेलिंग अथवा तार फेंसिंग कराने की बात कही। कलेक्टर ने एसडीएम पाली को चैतुरगढ़ मन्दिर में सुविधाओं की विस्तार हेतु कार्ययोजना बनाते समय भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण विभाग एवं मन्दिर प्रबंधन समिति से भी विचार-विमर्श करने के निर्देश दिए। जिससे मन्दिर परिसर का धार्मिक व पर्यटन के रूप में बेहतर ढंग से विकास किया जा सके।
चैतुरगढ़ पहाड़ पर निर्मित कॉटेज का किया अवलोकनः-
कलेक्टर ने चैतुरगढ़ पहाड़ पर स्थित ईको पॉइंट व वन विभाग द्वारा संचालित कॉटेज  का भी अवलोकन किया। कलेक्टर ने कहा कि बिजली व पानी का प्रबंध होने से यहां पर्यटकों को ठहरने की सुविधा मिलने से क्षेत्र का पर्यटन के रूप में और अधिक विकास होगा। धार्मिक के अलावा सांस्कृतिक पुरातात्विक दृष्टि से इस स्थल का विशेष महत्व है। इस हेतु यहां पर्यटकों को आवश्यक सुविधाएं  उपलब्ध कराने हेतु गंभीरता से कार्य किया जाएगा।