रायपुर 19 मार्च 2024। छत्तीसगढ़ में पिछले दो दिनों से ओलावृष्टि के साथ जमकर बारिश हो रही है। बेमौसम की बारिश से प्रदेश की फसलें बरबाद हो रही है। खासकर सब्जियां और मक्के की फसल को काफी नुकसान हुआ है। इधर बेमौसम बारिश की वह से फसलों को हुए नुकसान को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया हैंडल X पर किसानों को सांत्वना दी है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि किसान भाईयों को परेशान होने की जरूरत नहीं है।मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने लिखा है कि
आपको बता दें कि पिछले दो दिनों से छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। यहां लगातार 24 घंटे से रुक-रुककर बारिश हो रही है। छत्तीसगढ़ के गौरेला, पेंड्रा, मरवाही, सरगुजा, दुर्ग, कवर्धा, बस्तर, कांकेर समेत कई जिलों में आंधी-बारिश के साथ जमकर ओले भी गिरे हैं। बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से मक्का, सब्जी और आम की पैदावार खराब हुई है। बारिश के चलते लोगों को गर्मी से राहत जरूर मिली है, लेकिन बेमौसम बरसात से किसानों को परेशानी में डाल दिया है।
अचानक ओले गिरने से बड़ी संख्या में पक्षियों की भी मौत हुई है। जीपीएम जिले में सोमवार की शाम से अचानक मौसम बदला। जिले में तेज आंधी के साथ झमाझम बारिश और ओला वृष्टि हुई। दानीकुंडी, मड़वाही, सहित कई गांवों में इतनी अधिक ओलावृष्टि हुई कि चारों ओर जमीन की सतह बर्फ से ढक गई है। मौसम विभाग ने बारिश और ओला वृष्टि का पूर्वानुमान पहले ही बताकर अलर्ट जारी कर दिया था। कई इलाकों में जमकर हुए ओला वृष्टि के कारण खेत में खड़े गेंहू की फसल और सब्जी को नुकसान होने के साथ ही मुनगा और आम की पैदावार पर काफी प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि ओले की मार से मुनगा के फूल और आम के बौर झड़ गए है।
इससे पहले सुबह ही पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट किया था।उन्होंने लिखा है कि राजनांदगांव, कवर्धा ज़िलों सहित पूरे छत्तीसगढ़ में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुक़सान पहुंचा है। राज्य सरकार से अनुरोध है, कि किसानों को तत्काल मुआवजा दिया जाए। यथाशीघ्र नुक़सान का आंकलन करके बीमा की राशि भी दिलवाई जाए।