प्रदेश भर में लाखों राशन कार्डधारी नदारद, इनके नाम पर हर महीने राशन का हो रहा आबंटन, सत्यापन के बाद हटाए जायेंगे नाम…

Cientos de miles de titulares de tarjetas de racionamiento están desaparecidos en todo el estado, se asignan raciones en su nombre cada mes, los nombres se eliminarán después de la verificación...

रायपुर,08जुलाई 2025। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत प्रदेश भर में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा BPL कार्डधारियों को मुफ्त में राशन दिया जाता है। इस मुफ्त के राशन के चक्कर में बड़ी संख्या में फर्जी तरीके से दुकानदारों और आम लोगों द्वारा राशन कार्ड बनवा लिए जाने के मामले प्रकाश में आते रहे हैं। इस व्यवस्था में बड़ी खामी उजागर हुई है।

प्रदेश भर में 3 लाख 27 हजार 945 राशनकार्डधारियों का कोई पता नहीं चल रहा है। यही वजह है कि अब विभाग ने सत्यापन कराने की प्रक्रिया शुरू की है। बता दें कि बिलासपुर जिले के 21 हजार 992 कार्डधारियों का महीनों से कोई पता नहीं चल रहा है। वे ऐसे कार्डधारी हैं जिन्होंने 6 से 18 महीनों तक एक बार भी सरकारी राशन नहीं उठाया है, जबकि इनके नाम पर राशन का आबंटन विभाग से होता रहा है। खाद्य विभाग ने अब इन कार्डधारियों को अंतिम मौका देते हुए उनसे सत्यापन कराने की अपील की है।

समय रहते यदि कार्डधारी दुकान जाकर अपना सत्यापन नहीं कराते हैं तो उन्हें राशन कार्ड से हाथ धोना पड़ सकता है. सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत बिलासपुर जिले में लगभग 6 लाख राशन कार्डधारी हैं, जिनके माध्यम से करीब 17 लाख सदस्य हर महीने सरकारी राशन का लाभ उठा रहे हैं। लेकिन हाल ही में हुई जांच में यह सामने आया कि जिले में बड़ी संख्या में लोग पिछले 6 साल से डेढ़ साल के दरमियान बिना किसी सूचना के राशन नहीं ले रहे हैं। विभाग का मानना है कि इन निष्क्रियता के पीछे डुप्लीकेट आधार, उम्रदराज सदस्यों का निधन, उनके घर में 18 वर्ष से ऊपर कोई बालिग सदस्य न होना या आधार अपडेट न होना, जैसे कारण हो सकते हैं। प्रदेश भर में ऐसे 3 लाख राशनकार्डधारी हैं, जिनका कुछ भी पता नहीं है। खाद्य विभाग ऐसे लोगों का पता लगा कर ऐसे कार्डधारियों की सूची संबंधित पीडीएस दुकानदारों को सौंप रहा है और निर्देश दिया है कि वे लाभार्थियों से संपर्क कर जल्द से जल्द उनका स्थानीय सत्यापन कराएं।