17 खिलाड़ी एवं 2 अधिकारी कुल 19 का दल प्रतियोगिता में भाग लेगा।
कोरबा से 10, बालोद से 4 एवं रायपुर से 3 खिलाड़ी टीम में शामिल
छत्तीसगढ़ कलरिपयतु एसोसिएशन के महासचिव सह टीम कोच कमलेश देवांगन के नेतृत्व में भाग लेंगे सभी खिलाड़ी।
कोरबा/विदित हो कि भारत के लिए ओलंपिक कहे जाने वाले राष्ट्रीय खेल का 38 वें संस्करण का आयोजन 28 जनवरी से 14 फरवरी 2025 तक उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों में सम्पन्न होगा । जिसमें 36 खेलों में 10 हजार से अधिक खिलाड़ी प्रतियोगिता में भाग लेंगे। इसी तारतम्य में छत्तीसगढ़ से कलरिपयतु (मार्शल आर्ट) की 19 सदस्यों की टीम 28 से 30 जनवरी 2025 तक पुलिस लाइन स्टेडियम, हरिद्वार के लिए छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस से रवाना हो गयी।
छत्तीसगढ़ टीम में भाग लेने वाले खिलाड़ियों में
मीशा (फाइट 40 से 60 किलोग्राम) -कोरबा
रिशा नैन (फाइट 60 से 80 किलोग्राम)-कोरबा
डिम्पल वैष्णव (उरुमी विशल-फ्लेक्सिबल तलवार )-कोरबा
अनिता (हाई किक – 5.6 फ़ीट से ऊपर)-कोरबा
नोवेल कुमार साहू (उरुमी विशल-फ्लेक्सिबल तलवार )-कोरबा
प्रणव राज सिंह (फाइट 50 से 65 किलोग्राम)-कोरबा
पीयूष विश्वकर्मा (डंडा फाइट )-कोरबा
हर्ष वैष्णव (डंडा फाइट )-कोरबा
विवेक सिंह (हाई किक – 5.6 फ़ीट से नीचे)-कोरबा
रितिक कुमार सिंह (हाई किक – 5.6 फ़ीट से ऊपर)-कोरबा
हंसा साहू (तलवार और तलवार) – रायपुर
दिव्या अग्रवाल (तलवार और तलवार) -रायपुर
आर्यन पटेल (मैपयट्टू -शरीर लचीलापन फुट स्टेप) – रायपुर
मिलन सिंह मरई (लचीला तलवार एवं ढाल) – बालोद
गगन सोनी (लचीला तलवार एवं ढाल) – बालोद
त्रिवेणी (तलवार एवं ढाल) – बालोद
डेमेश्वरी साहू (तलवार एवं ढाल) – बालोद
एवं कमलेश देवांगन कोच एवं हरबंश कौर कोच के रूप में प्रतियोगिता में भाग लेंगे।
छत्तीसगढ़ कलरिपयतु एसोसिएशन के सचिव कमलेश देवांगन ने बताया कि कलरिपयतु खेल, खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार से मान्यता है तथा खेल को राष्ट्रीय खेल, खेलो इंडिया यूथ गेम्सएवं स्कूल खेल में शामिल किया गया है। कलरिपयतु 9 वीं से 11 वीं शताब्दी के मध्य उत्तपन्न हुआ ऐसा माना जाता है जिसे दुनिया का प्राचीनतम सर्वाधिक वैज्ञानिक युद्ध कला (मार्शल आर्ट) होने का गौरव है तथा कलरिपयतु को सभी मार्शल आर्ट्स की जननी भी कहा जाता है।
छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने 37वें राष्ट्रीय खेल गोवा 2023 में छत्तीसगढ़ राज्य मैडल टैली का 50 प्रतिशत हिस्सा अकेले कलरिपायतु खेल ने हासिल किया था जिसमे 1 स्वर्ण 1 रजत एवं 8 काँस्य पदक प्राप्त कर छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया था और इस बार भी हमारे खिलाड़ी अधिक से अधिक मैडल जितने की कोशिश करेंगे।