विभागीय उदासीनता के चलते ग्रामीणों ने अपने कंधे में ली जिम्मेदारी
कोरबा 5 सितंबर 2024 (इंडिया टुडे लाइव )ग्राम पंचायत लोथलोता गांव की महिलाओं ने गुरुवार को अवैध शराब निर्माण करने वालों एवं बेचने वालों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है विभागीय उदासीनता को देखते हुए अवैध शराब को बंद करने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली और सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण महिलाओं द्वारा ग्राम पंचायत सरपंच,और जनपद सदस्य के नेतृत्व में अवैध शराब बनाने वालों जगह पर जाकर शराब बनाने की भट्ठियां एवं वर्तनों को आबकारी विभाग को जानकारी देकर उनके साथ मिलकर ध्वस्त कर दिया,
तथा निर्मित शराब और शराब बनाने के कच्चे माल को नष्ट कर दिया।ग्राम पंचायत लोथलता में जगह-जगह इन दिनों महुआ शराब की अवैध बिक्री जोरों से चल रही है। जंगल में महुआ शराब बनाई जा रही है जिसे शहर और गांवों में खपाया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है लोथलोता के ही जंगल में महुआ शराब बनाई जाती है और सस्ती कीमत में मिलने के कारण पीने वालों की संख्या बढ़ रही है यहां शराब के कारण गांव-गांव में वाद-विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है।अवैध शराब की बिक्री से छोटे बच्चे और युवा शराब पीने के आदी हो गए हैं ,
यहां के महिलाओं का कहना है शराब पीने के कारण इस गांव के तीन से चार लोगों की मौत भी हो गई है और कई की तबीयत खराब हो चुकी है,सस्ती और उधारी की शराब बच्चे तक को शराब की लत लग चुकी है पुलिस, आबकारी और जिम्मेदार अधिकारियों को भी इसकी शिकायत हुई हैं.
रहवासी अवैध शराब की बिक्री से काफी परेशान हैं । गांव की गली – गली में शराब की अवैध बिक्री चल रही है ,शराब के अवैध कारोबार से पुलिस के साथ आबकारी विभाग की भी कार्यप्रणाली पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं ।लोगों का कहना है कि गांव के बच्चे से लेकर बुजुर्ग को भी पता है कि गांव में इतनी ज्यादा मात्रा में महुआ शराब किस जगह पर बनाई जा रही है और बिक्री हो रही है, तो प्रशासन के जिम्मेदारों को आखिर क्यों नहीं पता चल पा रहा है?
सात से आठ साल से बनाई जा रही है।लोथलता के जंगल में महुआ शराब, लॉकडाउन में भी अधिक मात्रा में हुई थी जिले में यहां से महुआ शराब की सप्लाई महुआ शराब की अवैध रूप से धड़ल्ले से हो रही बिक्री से लड़कियां और महिलाएं काफी परेशान नजर आ रही हैं । महिलाओं को खेत जाने से लेकर स्कूल जाने में भी शराबियों का सामना करना पड़ रहा है । लेकिन खेत जाना और स्कूल जाना लोगों की मजबूरी है जिसके चलते शराबियों के हुड़दंग को बर्दाश्त कर उन्हें अपना काम करना पड़ रहा है ।
ग्राम लोथलोता में महुआ शराब की अवैध बिक्री से ग्रामीण तो काफी परेशान हैं लेकिन जिम्मेदार पुलिस प्रशासन के साथ आबकारी विभाग भी मौन बैठा हुआ है ,शराब के कोचिए बेधड़क रूप से शराब की बिक्री करा रहा हैं लेकिन जिम्मेदार गहरी नींद में सोए हुए हैं ।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर प्रशासन चाहे तो अवैध शराब की बिक्री पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लग सकता है । ग्रामीणों का कहना है कि गांव में 6 से 7 लोग अवैध शराब बनाने वाले हैं और कुछ लोग शराब की सप्लाई करते हैं अगर उनपर प्रश्न कार्रवाई करता है, तो बाकी लोगों में भी खौफ होगा और लोग शराब बेचने से डरेंगे ।
क्या कहते हैं ग्रामीण ,
ज्ञानेश्वरी तंवर सरपंच लोथलता,का कहना है यहां शराब के बिक्री से महिला बहुत परेशान है महिला के द्वारा बिक्री करने वाले लोगों की शिकायत भी की जा चुकी है कार्रवाई नहीं होने के कारण गांव की महिला इकट्ठा होकर आबकारी विभाग को जानकारी देकर शराब बनने की जगह पर पहुंच कर सामान को नष्ट किया गया है
बैसाखू राम यादव जनपद सदस्य का कहना है,सरपंच ,कोटवार, गांव के लोगों के द्वारा बैठक कर शराब बनाने वाले लोगों को बुलाकर शराब बनाने को बंद को लेकर उनसे बात की गई थी की शराब से गांव में गलत प्रभाव पड़ रहा है लेकिन लेकिन वह लोग नहीं माने और फिर से शराब बनाने का काम चालू कर दिया जिससे गांव की महिला एकजुट होकर बनाने के स्थान पर पहुंचकर विरोध कर सामान को नष्ट किया
मिलन बाई महंत का कहना है कि यहां इतनी शराब बिकती है और अधिक लोग शराब पीने के आदी हैं जिससे घर से शाम के समय अकेले निकलना मुश्किल हो जाता है देखा कर। महिला को अशब्द और गली कॉलेज करते हैं
प्रभा निर्मलकर गांव में शराब के कारण गांव और घर में विवाद होता है घर से बाहर निकलने में परेशानी होती है शराब पीके लोग गाली गलौज करते हैं, कई लोग के घर में स्कूल से शिकायत आती है कि बच्चे शराब पीकर स्कूल आए हुए हैं उल्टी कर रहा है
आबकारी विभाग अधिकारी का
कहना है सरपंच से जानकारी प्राप्त हुई की लोथलोता के जंगल में कुछ लोगों के द्वारा अवैध रूप से महुआ शराब कई सालों से बनाई जा रही है और उस स्थान पर गांव के महिलाओं पहुंच कर शराब बनाने वाले के खिलाफ विरोध कर रहे हैं , यह सूचना मिलते ही यहां पास हम और स्टाफ पहुंच कर शराब बनाने वाली बर्तन और शराब बनाने वाले कच्चे माल को नष्ट किया गया