कोरबा/छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल व कॉलेज जहां पर हर वर्ग के छात्र-छात्राओं को उच्च स्तरीय नि:शुल्क शिक्षा का प्रावधान पूर्ववर्ती कांगे्रस की छत्तीसगढ़ सरकार ने किया है, उसका नाम बदलने की कवायद मौजूदा भाजपा की सरकार कर रही है। इस तरह के प्रयास को नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने अनुचित करार देते हुए कहा है कि स्कूल का नाम बदलना छत्तीसगढ़ की अस्मिता से खिलवाड़ होगा। स्वामी आत्मानंद, रामकृष्ण मिशन के एक संत, समाज सुधारक व शिक्षाविद् थे। वनवासियों के उत्थान के लिए उन्होंने नारायणपुर आश्रम में उच्च स्तरीय शिक्षा केन्द्र की स्थापना की तथा रामकृष्ण परमहंस के भावधारा को छत्तीसगढ़ की धरती पर साकार किया। उनके स्मृति में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल की शुरूआत राज्य की कांग्रेस सरकार ने की थी। डॉ. महंत ने कहा है कि नाम परिवर्तन के संबंध में सरकार जल्दबाजी में निर्णय लेने से पहले बार- बार विचार करें,डॉ महंत ने कहा कि छग की अस्मिता व छत्तीसगढ़ के विकास में योगदान देने वाले शिक्षा विदो का सम्मान बनाये रखना सभी जन प्रतिनिधियों का नैतिक दायित्व है !