जगदलपुर,12 जून 2024: छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां जिला मुख्यालय से छह किलोमीटर दूर बकावंड विकासखंड के ग्राम इरिकपाल में दो आदिवासी परिवारों के बीच भूमि विवाद ने दो सगे भाइयों की जान ले ली।
शिक्षक शंभूनाथ कश्यप और स्वर्गीय पूरन सिंह के परिवार के बीच कई सालों से भूमि विवाद चल रहा था। जिसने खूनी रंग ले लिया। आरोपित चैन सिंह पकड़ा गया। स्व. पूरन सिंह के परिवार के लोगों ने खेत में जाकर वहां काम कर रहे सगे भाइयों योगेश कश्यप (32 वर्ष) और शेखर कश्यप (25 वर्ष) को धारदार हथियारों फरसा, कुल्हाड़ी से काट डाला। हमलावरों की संख्या 10 से 12 बताई गई है।
हत्यारों के सिर पर खून इस तरह सवार था कि दोनों भाइयों को चारों दिशाओं से घेरकर दौड़ा-दौड़ा कर हमला किया गया। हमलावर तीर भी लेकर गए थे। जघन्य हत्याकांड की सूचना मिलते ही गांव में तनाव की स्थिति बन गई। जानकारी मिलने पर पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा व अन्य अधिकारी भी बड़ी संख्या में पुलिस बल साथ गांव पहुंच गए और स्थिति को संभाल लिया। शाम को शवों को कब्जे में लेकर पुलिस ने शव परीक्षण के लिए जिला चिकित्सालय भिजवाया।
मारे गए दोनों भाई शिक्षक शंभूनाथ कश्यप के पुत्र थे। मृतक बड़े भाई योगेश की शादी हो चुकी थी जबकि दूसरा शेखर अविवाहित था। शंभूनाथ कश्यप के चार पुत्र-पुत्रियों में दोनों बड़े थे। गांव वालों से चर्चा करने पर बताया गया कि हत्या करने के बाद सभी आरोपित फरार हो गए हैं। देर शाम आरोपित चैन सिंह को पुलिस ने पकड़ लिया है। घटना के बाद पीड़ित परिवार सदमे में है। गांव में तनाव की स्थित बनी हुई है।
दोनों परिवारों के घर एक ही मोहल्ले स्कूलपारा में आसपास ही हैं। गांव वालों से चर्चा करने पर जो जानकारी सामने आई उसके अनुसार शंभूनाथ कश्यप ने कई साल पहले पूरन सिंह से तीन एकड़ से अधिक भूमि क्रय की थी। पूरन सिंह के दो और भाई चैन सिंह व वीरेन्द्र सिंह हैं। पूरन सिंह का 1989 में निधन हो चुका है।
पिछले कुछ सालों से दोनों परिवारों के बीच इस भूमि को लेकर विवाद गहरा गया था। बताया गया कि मामला न्यायालय में चल रहा है। पूरन सिंह के परिवार का आरोप है कि भूमि नहीं बेची गई। परिवार रजिस्ट्री फर्जी होने का दावा करता रहा है। पिछले साल भी दोनों पक्षों के बीच खेत में मारपीट हुई थी। इस साल इस विवाद ने दो लोगों की जान ले ली।
आरोपितों के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। आरोपितों की धरपकड़ के लिए पुलिस की आधा दर्जन से अधिक टीमें लगाई गई हैं। इरिकपाल से ओडिशा राज्य की सीमा समीप है इसलिए आरोपितों के ओडिशा की ओर भागने की संभावना जताई जा रही है।