5 देशों में मचायी भीषण तबाही, 1200 से ज्यादा लोगों की अब तक गयी जान, 2000 से ज्यादा घायल

Caused massive destruction in 5 countries, more than 1200 people have died so far, more than 2000 injured

विनाशकारी भूकंप ने पांच देशों में भारी तबाही मचाई है। इसे दशकों में सबसे विनाशकारी भूकंप बताया जा रहा है। इस त्रासदी में अब तक 1200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 2000 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि, जानकारों का मानना है कि मरने वालों की संख्या इससे कई गुना अधिक हो सकती है। फिलहाल राहत और बचाव कार्य जारी हैं, लेकिन सैकड़ों लोग अब भी लापता हैं।

भूकंप का केंद्र और तीव्रता

इस भूकंप का केंद्र म्यांमार की राजधानी नेपिटॉ से करीब 250 किलोमीटर दूर सैगाइंग शहर के पास था, जो जमीन के लगभग 10 किलोमीटर नीचे स्थित था। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 7.7 मापी गई, जिससे म्यांमार और उसके पड़ोसी देशों में भारी तबाही हुई।यह भूकंप एशियाई क्षेत्र में आई अब तक की सबसे विनाशकारी प्राकृतिक आपदाओं में से एक है। हजारों लोगों की जान चली गई, लाखों लोग बेघर हो गए, और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है। अभी भी कई लोग मलबे में दबे हुए हो सकते हैं, और बचाव कार्य जारी हैं। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इस कठिन समय में म्यांमार और अन्य प्रभावित देशों की मदद करने के लिए आगे आना होगा।

म्यांमार में भारी तबाही

म्यांमार में इस भूकंप से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। यहां कम से कम 144 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग घायल हैं। मांडले शहर में 1.7 मिलियन से अधिक लोग बेघर हो गए हैं, जबकि सैकड़ों इमारतें और पुल ढह चुके हैं। बौद्ध मठों सहित कई ऐतिहासिक धरोहरें भी इस आपदा की चपेट में आ गई हैं।

म्यांमार लंबे समय से गृहयुद्ध की मार झेल रहा है, और ऐसे में यह भूकंप वहां के लोगों के लिए एक और बड़ी चुनौती बनकर सामने आया है। राहत और बचाव कार्य चलाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि कई प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचना मुश्किल हो गया है।

थाईलैंड में भी नुकसान

थाईलैंड में भी इस भूकंप का गहरा प्रभाव पड़ा है। राजधानी बैंकॉक में एक निर्माणाधीन ऊंची इमारत गिरने से कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि पूरे देश में 22 लोग घायल हुए हैं। थाईलैंड सरकार ने प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं।

अन्य प्रभावित देश

इस भूकंप का असर अन्य देशों पर भी पड़ा है। म्यांमार और थाईलैंड के अलावा लाओस, चीन और बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में भी झटके महसूस किए गए। हालाँकि, इन देशों में बड़े पैमाने पर नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं आई है।

सरकारी प्रतिक्रिया और राहत कार्य

म्यांमार की सेना द्वारा संचालित सरकार के प्रमुख सीनियर जनरल मिन आंग ह्लाइंग ने टेलीविजन प्रसारण के माध्यम से देशवासियों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है। सरकार ने राहत कार्यों में तेजी लाने और अंतर्राष्ट्रीय मदद लेने की योजना बनाई है। विभिन्न राहत एजेंसियां भी सक्रिय हो गई हैं और बचाव दल लगातार मलबे में फंसे लोगों को निकालने में जुटे हुए हैं।

भविष्य की संभावनाएं

विशेषज्ञों का मानना है कि इस भूकंप के बाद आने वाले आफ्टरशॉक्स भी विनाशकारी हो सकते हैं। इसलिए, प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। पुनर्निर्माण और राहत कार्यों में लंबा समय लग सकता है, और इस त्रासदी से उबरने में म्यांमार और अन्य प्रभावित देशों को काफी संघर्ष करना पड़ सकता है।