परीक्षार्थियों ने बताया पत्रकार के दो गुण और समाचार क्या होता है
कोरबा । हायर सेकेंडरी का पहला प्रश्न पत्र हिंदी इतना सरल आया कि परीक्षार्थियों ने मन भर के उत्तर लिखते हुए सप्लीमेंट्रीज भरी। कक्षा 12वीं की परीक्षा का सरल आगाज होने से परीक्षार्थियों और शिक्षकों में खुशी व्याप्त हो गई है।
कक्षा 12वीं के शिक्षक और परीक्षार्थी जनवरी में टाइम टेबल की घोषणा होने के बाद से ही एनुअल एग्जाम की तैयारी में जुट गए थे। 1 मार्च को शिक्षकों की हिदायत काम आई। परीक्षार्थियों ने पेपर को सरल प्रकार 3 घंटे तक जमकर उत्तर लिखा।
हिंदी का प्रश्नपत्र विज्ञान और सामाजिक जीवन की महत्वपूर्ण बातों से ओतप्रोत शानदार पेपर रहा। प्रश्न पत्र में समाचार जगत न्यूज़ पेपर से भी सवाल पूछे गए । पत्रकार के गुण लिखने फ्रीलांसर किसे कहते हैं। एक अच्छा समाचार क्या है । इस तरह के प्रश्न पूछे गए। इसी के साथ चंद्रयान-3 की सफलता वन्यजीव विविधता और वायु प्रदूषण को लेकर भी निबंध पूछा गया जबकि प्लास्टिक की थैलियां का उत्पादन और प्रयोग पर रोक लगाने के लिए मंत्री को पत्र लिखने को कहा गया था। बच्चों ने अपने जिले के कलेक्टर को परीक्षाओं के दौरान डीजे के बजने की शिकायत करते हुए ध्वनि प्रदूषण से राहत दिलाने वाले आवेदक को लिखने में ज्यादा दिलचस्पी ली। प्रश्न पत्र का एक हिस्सा काव्यांश पर आधारित था जो काफी मार्मिक रहा।
काव्यांश आधारित एक प्रश्न में लिखा था सोचिए बताइए आपको अपाहिज होकर कैसा लगता है कैसा यानी कैसा लगता है सोचिए बताइए थोड़ी कोशिश कीजिए इसको पढ़कर बच्चे द्रवित हो गए वहीं वह रूपवती मुखड़े पे एक नर्म दमक बच्चों के घरोंदे में जलती है दीए जैसे प्रश्नों के वजह से हिंदी का पेपर साहित्य की दृष्टि से काफी समृद्ध मान गया।
पर्यवेक्षक ने परीक्षार्थियों को गलती से बचाया – आंसर शीट में स्पष्ट निर्देश होने के बावजूद कई परीक्षार्थियों ने आवेदन पत्र के नीचे अपना रोल नंबर लिख दिया था। संयोग से परीक्षा के दौरान परीक्षा हाल में ड्यूटी कर रहे पर्यवेक्षक ने आंसर शीट पर कहीं भी रोल नंबर नहीं लिखने की समझाइए दी तब कुछ परीक्षार्थियों ने बताया कि उन्होंने गलती से रोल नंबर लिख दिया है फिर रोल नंबर मिटवाया गया। परीक्षार्थियों को समझाइए दी गई कि लेटर एप्लीकेशन और आवेदन में कहीं भी रोल नंबर नहीं लिखना चाहिए कक्षा 12वीं का अगला पेपर 4 मार्च को इंग्लिश का होगा।