बूँदकुंवर को लगता था बारिश की बूंदों से डर…पक्के घर से दूर हुई सारी फ़िकर’’

Bundkunwar tenía miedo de las gotas de lluvia... todas sus preocupaciones estaban lejos de la casa de concreto.

पीएम आवास से मिली खुशियों की नई मंजिल

कोरबा 4 अगस्त 2025/उम्र के साथ ही बूँदकुंवर की चिंता बढ़ती ही जा रही थी। एक तरफ उम्र के साथ शरीर में आ रही थकावट का टेंशन था तो दूसरी तरफ झोपड़ी में रहते हुए बारिश के दिनों में होने वाली मुसीबतों को लेकर भी तनाव रहता था। बारिश के साथ ही खपरैल वाले घर में गिरने वाली बड़ी-बड़ी पानी की बूंदें और कुछ देर में छत से जगह-जगह से बहने वाली पानी की धार उसके लिए अक्सर परेशानी का सबब बन जाती थी और वह तेज बारिश में डरी सहमी हुई सी हो जाती थी। वह पक्का मकान बनाना तो चाहती थी..लेकिन हिम्मत ही नहीं होती थी। पक्के मकान में आने वाले खर्च के विषय में सोचकर ही उन्हें लगता था कि कही वह कर्ज में न डूब जाए और पक्का मकान भी न बन पाए। इस बीच प्रधानमंत्री आवास योजना में जब बूँदकुंवर का नाम आया तो उन्हें पहले तो भरोसा नहीं हो रहा था। बाद में जब अधिकारियों द्वारा बताया गया कि आवास निर्माण के लिए राशि मिलेगी और आप चाहे तो पैसा मिलाकर अपने घर को और भी बढ़िया बनवा सकते हो। बारिश के दिनों में झोपड़ी में होने वाली परेशानियों से भलीभांति वाकिफ़ बूँदकुंवर ने देरी नहीं की। उन्होंने कुछ पैसे मिलाए और पीएम आवास योजना से मिली हिम्मत के बलबूते अपना पक्का मकान बनवा लिया। अब जबकि बरसात का मौसम है, तेज बारिश भी हो रही है..तो भी बूँदकुंवर को कोई डर और फ़िकर नहीं है..वह पक्के घर में बहुत ही चैन से रह पा रही है।
     पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक के अंतर्गत जटगा के खालपारा में रहने वाली बूँदकुंवर ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना से उनका घर पक्का हो गया है। पति के नहीं रहने के बाद उनके लिए पक्का मकान बनवा पाना बहुत चुनौती भरी थी।  बूँदकुंवर ने बताया कि बच्चों के साथ बारिश के दिनों में होने वाली परेशानियों को देख उनकी इच्छा तो थी कि वह भी पक्का मकान बनवा लें, लेकिन पर्याप्त राशि नहीं होने, कर्ज में डूब जाने का डर उन्हें रोक देर था। पीएम आवास योजना में नाम आने और राशि मिलने की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने मकान बनवाया। इस दौरान मकान की सभी किश्त समय पर मिलती गई। घर पूरा हुआ। कुछ अपने भी पैसे लगाए और अब सुकून से रह रही है। बूँदकुंवर ने बताया कि पक्का मकान बन जाने से बहुत खुशी होती है। बारिश का डर भी नहीं रहता। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने गरीबों का पक्का बनाने के लिए जो सहायता दी है वह हमारा ही नहीं आने वाली पीढ़ियों के लिए भी यादगार और सुकून भरा रहेगा।