बालोद 23 मार्च 2024। पुराने लेनदेन के पैसे को वापस लेने के लिए बहन की सगाई में गये भाई को योजनाबद्ध तरीके से अपहरण कर लिया गया। जिसके बाद सायबर सेल की मदद से महज 24 घंटों के भीतर अपहरण हुए युवक सहित 6 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
जानकारी के मुताबिक नाकपुर के रहने वाले संतोष देहारी, उनकी पत्नी पिंकी डेहारी, बेटा निखिल डेहारी सहित उनके परिवार के सदस्य और उनके दोस्तों के साथ अपनी बेटी निधि डेहारी की सगाई में खैरीडिही आये हुए थे। जहां सगाई खत्म होने के बाद 25 वर्षीय निखिल देहारी अपने मेहमानों को बस में बिठाने के लिए खैरीडिही पुल के पास पहुंचा। जहां से वापस लौटने के दौरान एक बोलेरो गाड़ी में सवार कुछ युवकों ने जबरदस्ती निखिल को गाड़ी में बिठाकर वहां से चले गये।
जानकारी मिलते ही निखिल के पिता संतोष उनका पीछा करते बोलेरो गाड़ी का पीछा करते हुए अछोली गांव तक गये। लेकिन उनका पता नहीं चला। जिसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी। शिकायत के बाद पुलिस ने धारा 34 और 365 के तहत मामला दर्ज कर अपहरणकर्ताओं की तलाश में जुट गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सुरजन राम भगत ने अलग अलग टीम गठित कर अपहरण हुए युवक की तलाश में जुटा दी। सायबर सेल सहित अन्य माध्यमों निखिल देहारी के राजनांदगांव के खंडहर बन चुके अशोका काॅलेज से पुलिस को सुचना मिली। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर प्रशांत खरांशु और दुर्गेश यादव के पास से निखिल को सकुशल बरामद किया। जिनसे पुछताछ के दौरान दोनों अपहरणकर्ताओं ने बताया कि निखिल से पुराने लेनदेन का पैसा लेना था। जिसे वह नहीं दे रहा था जिसके चलते नाराज होकर किराये के बोलेरो से अपने दोस्तों के साथ मिलकर खैरीडिह से अपहरण कर रातभर किराये में लाॅज का कमरा लेकर छुपाकर रखे थे और गुरूवार सुबह खंडहर हो चुके अशोका काॅलेज में ले गये। जिसे पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ लिया। पुलिस ने मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।