शटल कॉक में बिहार की बेटियों का परचम, राष्ट्रीय प्रतियोगिता में जीते 5 मेडल

Bihar's daughters fly high in shuttlecock, win 5 medals in national competition


पटना/बिहार की बेटियों ने अपनी प्रतिभा और संघर्ष से एक बार फिर राज्य का नाम रोशन किया है। महाराष्ट्र के नासिक में 31 जनवरी से 2 फरवरी 2025 तक आयोजित ओपन शटल कॉक चैंपियनशिप में बिहार की महिला खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर तीसरा स्थान प्राप्त किया। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में देशभर की टीमों ने हिस्सा लिया था, जहां बिहार की टीम ने 2 गोल्ड और 3 सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया।

विजेता खिलाड़ियों का भव्य स्वागत

बुधवार को जब यह विजयी टीम पटना जंक्शन पहुंची, तो वहां का नजारा देखने लायक था। शटल कॉक एसोसिएशन ऑफ बिहार के पदाधिकारियों, खिलाड़ियों के परिवारजनों और खेल प्रेमियों ने फूल-मालाओं और ढोल-नगाड़ों के साथ खिलाड़ियों का भव्य स्वागत किया। संघ के सचिव आफताब उद्दीन खान, अध्यक्ष मोहम्मद दानिश खान, उपाध्यक्ष डॉ सतीश कुमार और टीम मैनेजर भोला थापा ने खिलाड़ियों को सम्मानित किया और उनकी उपलब्धि को बिहार के खेल इतिहास में स्वर्णिम पल बताया।

विजेता खिलाड़ियों की सूची:*

गोल्ड मेडलिस्ट:
✅ आरवी
✅ जाह्नवी

सिल्वर मेडलिस्ट:
✅ पल्लवी कुमारी
✅ श्वेता कुमारी
✅ रिया राज

*बिहार की बेटियों ने दिखाया दम*

प्रतियोगिता में गुजरात ने पहला स्थान, महाराष्ट्र ने दूसरा स्थान, और बिहार ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इस प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया कि बिहार की बेटियां अब किसी भी खेल में पीछे नहीं हैं।

शटल कॉक एसोसिएशन के सचिव आफताब उद्दीन खान ने कहा, “इस जीत से न केवल खिलाड़ियों का हौसला बढ़ेगा, बल्कि बिहार में इस खेल की लोकप्रियता भी बढ़ेगी। अब समय आ गया है कि सरकार और खेल संघ मिलकर इन प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को और बेहतर सुविधाएं दें, ताकि वे आने वाले वर्षों में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जीत का परचम लहराएं।”

खेलों में बिहार की नई पहचान

बिहार की इस सफलता ने यह संदेश दिया है कि राज्य में खेलों को लेकर एक नई क्रांति शुरू हो रही है। पहले जहां बिहार के खिलाड़ी अन्य राज्यों की तुलना में पीछे रह जाते थे, अब वे राष्ट्रीय स्तर पर अपना दमखम दिखा रहे हैं। इस जीत से प्रदेश में खेल के प्रति जागरूकता और उत्साह भी बढ़ेगा।

बिहार की इन बेटियों की मेहनत, लगन और खेल भावना ने पूरे प्रदेश को गर्व का अवसर दिया है। यह जीत आने वाली पीढ़ी के लिए भी एक प्रेरणा बनेगी!