रायपुर के वी वाय हॉस्पिटल में दिल में छेद का हुआ सफल ऑपरेशन’
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (चिरायु) के तहत 6 वर्षीय आर्यन को मिली नई जिंदगी
कोरबा 02 जनवरी 2025/आर्यन, एक 6 वर्षीय बच्चा, जो कभी अपने दिल के गंभीर रोग से जूझ रहा था, अब स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी रहा है। वेंट्रिकुलर सेप्टल दोष (वीएसडी) से ग्रस्त आर्यन के लिए यह एक नए जीवन से कम नहीं है।
विकासखण्ड पोंडी उपरोड़ा के ग्राम पंचायत छिंदिया के रहने वाले श्री रामसिंह उईके के 6 वर्षीय पुत्र आर्यन को बचपन से ही सांस लेने में तकलीफ होती थी। उसे हमेशा सर्दी-खाँसी और बुखार की शिकायत रहती थी, थका-थका रहता था, वह अन्य बच्चों की तरह खेल-कूद तथा दौड़ नहीं सकता था। दौडने पर उसकी धडकन बढ़ जाती थी। आर्यन के परिवार में इस गंभीर स्थिति के कारण निराशा और चिंता का माहौल था। डॉक्टरों ने बताया कि अगर इलाज नहीं हुआ तो यह बच्चे के जीवन को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। लेकिन फिर राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (चिरायु) के तहत एक नई उम्मीद का सूरज उगा। रायपुर के वी.वाई. हॉस्पीटल में आर्यन का ऑपरेशन निःशुल्क किया गया।
चिरायु टीम द्वारा आर्यन के स्कूल विजिट के दौरान उसकी परेशानियों का पता चला। उनके द्वारा आर्यन के पिता को बीमारी के गम्भीरता से अवगत कराते हुए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आर्यन के निःशुल्क इलाज के बारे में जानकारी दी गई। कोरबा जिला चिकित्सालय में हृदय रोग विशेषज्ञ द्वारा आर्यन की जाँच से पता चला कि वह वीएसडी से पीड़ित है और उसे रायपुर के वी. वाय. हॉस्पिटल में एडमिट किया गया तथा उसका स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत निःशुल्क ऑपरेशन हुआ। अब आर्यन स्कूल जाता है, खेलता है और स्वस्थ जीवन का आनंद लेता है। उसकी यह यात्रा न केवल उसकी जिंदगी को बदलने वाली थी, बल्कि उसकी पूरे परिवार की आशाओं और सपनों को भी नई दिशा दे गई। आर्यन के पिता रामसिंह ने कहा स्वास्थ्य विभाग और अस्पताल की टीम की मेहनत और सहयोग से आर्यन की सर्जरी पूरी हुई, और अब वह सामान्य बच्चों की तरह जीवन जी रहा है। उसके चेहरे पर अब वही मुस्कान है, जो कभी खो सी गई थी।