कोरबा/किसानों और पशु पालकों के लिए मवेशी ही उसका धन होते हैं। लेकिन क्षेत्र में यही पशु बीमार पड़ जाए तो उसे या तो इलाज ही नहीं मिल पाएगा। यदि इलाज मिल भी गया तो संभव है कि मवेशी का इलाज एक्सपायरी डेट की दवाओं से कर दिया जाए। जिससे उसकी जान पर बन सकती है। शासकीय पशु औषधालय दर्री जामनीपाली एक्सपायरी डेट की कई दवाई का मिलने से यह पता चल रहा है कि।
पशु चिकित्सक इन्हीं एक्सपायरी दवाओं को यहां आने वाले पशुओं को दे रहे थे। मामला तब पकड़ में आया जब यहां के एक मीडियाकर्मिय का कुत्ता बीमार था जब उसने पशु औषधालय पहुंचा तब देखा कि यहां काफी मात्रा में ऐसी दवाएं देखने को मिली जिनकी एक्सपायरी डेट निकल चुकी थी। पास एक्सपायरी डेट की सभी दवाई रखी हुई है, जब उसने इसकी शिकायत करने और एक्सपायरी डेट दवाई के फोटो लेने लगे तो उसने मीडियाकर्मिय से अभद्रता कर बल प्रयोग कर मोबाइल लूटने की कोशिश की तब इसकी शिकायत यहां के जनप्रतिनिधियों से किया गया जनप्रतिनिधि यहां पहुंचकर डॉक्टर के रवैया से इसकी शिकायत अधिकारी तक पहुंचने की बात कही है,
क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि नीरज शर्मा का कहना था कि यहां के पशु औषधालय मैं पशुओं के लिए किसी प्रकार का सुविधा नहीं है अगर कोई व्यक्ति अपना पशु को दिखाने आ भी जाए तो बाहर से दवाई मंगवाने के नाम से पैसा की मांग किया जाता है यहां का डॉक्टर जोगेदर अधिकतर गायब रहता है और उसने आज एक पत्रकार के ऊपर बल प्रयोग कर उनका मोबाइल लूटने की जो हरकत की उसका मैं निंदा करता हूं, और प्रशासन से कार्रवाई की मांग करता हूं,जानकारी के अनुसार पशु अस्पताल में दवाओं के इस्तेमाल में चिकित्सक यह देखना भी जरूरी नहीं समझ रहे हैं कि दवाएं उपयोग लायक हैं भी या नहीं। कुछ पशु पालकों का कहना था कि यहां के पशु औषधालय डॉक्टर को बुलाने पर भी पशु का इलाज करने के लिए नहीं पहुंचते