निर्माणाधीन दुकान में काम करते हुए हादसा,33 केवी विद्युत तार की आया चपेट में,करंट लगने से मजदूर की मौत..

Accident while working in a shop under construction, worker came in contact with 33 KV electric wire, died due to electric shock.

कोरबा/दर्री थाना अंतर्गत अयोध्यापुरी पावर सिटी रोड के सामने दुकान निर्माण कार्य करने के दौरान सोमवार को 33 केवी विद्युत हाईटेंशन तार की चपेट में आकर एक मजदूर की मौत हो गई। आनंद नगर, भैरोताल, जिला कोरबा क्षेत्र में रहने वाले राम प्रताप यादव 50 वर्ष पिता मुशकुलराम यादव सोमवार सुबह अयोध्यापुरी मे निर्माणाधीन दुकान के छत पर चढ़कर काम कर रहा था निर्माणाधीन दुकान के छत के बेहद करीब से 33 कवि हाई टेंशन की तार गुज़र रही थी. मज़दूर काम करने के दौरान करंट दौड़ते उस तार से जा सटा. तार में बुरी तरह चिपक गया और मज़दूर का शव तार में सटते ही धु धु कर जलने लगा मौके पर ही मजदूर की मौत हो गई घटना की जानकारी मिलने पर काफी संख्या में लोग इकट्ठे हो गए दर्री पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी वहां पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया


दर्री क्षेत्र में कई घर की छतों पर झूलते बिजली के तार खतरे का सबब बने हुए है। कई बार हो चुकी है इस तरह की घटना इन तारों के कारण लोग चपेट में आकर अपनी जान  गवां रहे हैं दर्री क्षेत्र में तारों के नीचे लोग अपने आशियाने बनाने से नहीं चूक रहे हैं। इतना ही नहीं नगर निगम और बिजली कंपनी भी लोगों को तारों को नीचे मकान बनाने से रोकने की दिशा में कोई काम नहीं कर रहा है।अनाधिकृत तरीके से हुए भवन निर्माण में छत और बिजली के तार की दूरी नियमानुसार बहुत कम है। ऐसे में खतरा होना लाजमी है। बिजली तार शिफ्ट कराने की पहल स्वयं भवन मालिक को भी करना जरुरी है, लेकिन तार शिफ्ट करवाने के लिए आने वाले खर्च से डर कर मकान मालिक उक्त कार्य को नहीं करवाते है। नियम तो यह भी है कि अगर मकान मालिक ऐसा नहीं करता है तो कंपनी उन्हें नोटिस देकर बाध्य कर सकती है। लेकिन ऐसा बिजली कंपनी द्वारा नहीं किया जा रहा है।मकानों के निर्माण के लिए नगर पालिका परिषद द्वारा बिना जांचे परखे अनुमति दी जाती है। यदि नपा ने इन सभी मकानों को इतनी ऊंची इमारत बनाने से अनुमति देने से पहले जांच पड़ताल की गई होती तो बिजली के तारों के नीचे कई मकान नहीं बनते। और इस तरह की घटना घटित नहीं होती