दंतेवाड़ा 17 दिसंबर 2024। दंतेवाड़ा जिला में इंद्रावती नदी के पार माओवादियों द्वारा लगाये IED की चपेट में आने से एक ग्रामीण की मौत हो गयी। बताया जा रहा है कि मृतक ग्रामीण जंगल में लकड़ी लेने गया था। जहां नक्सलियों ने फोर्स को नुकसान पहुंचाने के लिए IED प्लांट कर रखा था। जिस पर ग्रामीण का पैर पड़ते ही ब्लास्ट हो गया। धमाका इतना जोर का था कि ग्रामीण के पैर समेत अन्य अंगों के चिथड़े उड़ गए। IED ब्लास्ट की घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल व्याप्त है। वहीं इस घटना की जानकारी के बाद पुलिस ने क्षेत्र में सर्चिंग तेज कर दी है।
IED ब्लास्ट की ये घटना दंतेवाड़ा जिला के बारसूर थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक बीजापुर और दंतेवाड़ा जिले की सरहद पर कोशलनार-2 गांव बसा है। सोमवार की सुबह इसी गांव में रहने वाला 35 वर्षीय मनारू अकाली पहाड़ की तरफ लकड़ी लेने के लिए जंगल गया हुआ था। जंगल से लकड़ी लेकर लौटते समय एक पेड़ के नीचे ग्रामीण ठहरने के लिए पहुंचा था, तभी IED पर पैर पड़ते ही धमाका हो गया।
बताया जा रहा है जब जोर का धमाका, तब इसकी चपेट में आने से ग्रामीण की मौके पर ही मौत हो गई। जिसके बाद धमाके की आवाज सुनकर जंगल-पहाड़ की तरफ मौजूद अन्य ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे। जिन्होंने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी। साथ ही मौके से शव उठाकर गांव लेकर आए। घटना की जानकारी देते हुए पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह मामला बीजापुर जिले का है, लेकिन सरहदी थाना दंतेवाड़ा जिले के बारसूर का है।
लिहाजा दंतेवाड़ा पुलिस द्वारा इस घटना पर प्राथमिकी दर्ज कर घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है।बीजापुर एएसपी चंद्रकांत गवर्णा ने बताया कि ब्लास्ट की जानकारी मिली है। नक्सलियों ने जवानों को टारगेट करने के लिए IED प्लांट कर रखा था। लेकिन सर्चिंग पार्टी इसकी चपेट में आती, उससे पहले ग्रामीण IED की चपेट में आ गया। एएसपी ने इस घटना को नक्सलियों की कायराना करतूत बताया है।