जिले के 33720 पंजीकृत किसानों से कुल 304749.88 मीट्रिक टन खरीदी की गई धान

A total of 304749.88 metric tons of paddy was purchased from 33720 registered farmers of the district.

जशपुरनगर,08 फरवरी । मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सरकार लगातार किसानों के हित में बड़ा फैलासा ले रही है। साथ ही प्रदेश भर के अन्नदाताओं को लाभ पहुँचाने जमीनी स्तर पर कार्य किया जा रहा। बात करे 21 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से धान खरीदी की या 31 सौ रुपये क्विंटल की दर से खरीदी की। इन सब फैसलों से किसानों को बेहतर लाभ हो रहा है और उन्हें आर्थिक मजबूत मिली है। इसी का परिणाम स्वरूप खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में देखने को मिला है।

जशपुर जिले में 33720 पंजीकृत किसानों से कुल 304749.88 मीट्रिक टन धान खरीदी की गई है। जिसमें विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष 196675.16 मीट्रिक टन ज्यादा धान उपार्जित की है। जशपुर के गम्हरिया धान उपार्जन केंद्र में इस वर्ष 1 हजार 250 किसानों से 1 लाख 50 हजार क्विंटल से अधिक धान बेजे हैं। जिसमें पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 30 हजार क्विंटल से अधिक धान उपार्जित की है। राज्य के किसानों के हित में लिए गए फैसले से जिले भर के किसान बेहद खुश है।

गौरतलब है कि राज्य में समर्थन मूल्य पर रिकार्ड धान की खरीदी होने के बावजूद भी धान बेचने से शेष रह गए किसानों के हित में सरकार ने धान खरीदी की निर्धारित तिथि में 4 दिन की बढ़ोत्तरी कर 4 फरवरी किया था। जिसके चलते जशपुर जिले में समर्थन मूल्य पर रिकॉर्ड धान खरीदी हुई है। छत्तीसगढ़ की सरकार किसान हितैषी सरकार है। राज्य में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का सिलसिला 01 नवम्बर 2023 से शुरू हुआ था। चालू खरीफ विपणन वर्ष में धान खरीदी की अंतिम तारीख 31 जनवरी निर्धारित थी।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किसानों एवं किसान प्रतिनिधियों की मांग और उनकी परेशानियों को देखते हुए धान खरीदी की अवधि 31 जनवरी से बढ़ाकर 4 फरवरी कर दी थी। इसका फायदा राज्य के ऐसे किसानों को मिला है, जो 31 जनवरी तक कतिपय कारणों से अपना धान नहीं बेच पाए थे। धान का मूल्य 3100 रूपए प्रति क्विंटल दिए जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी को राज्य सरकार पूरा किया है। प्रति क्विंटल के मान से किसान भाईयों को शेष राशि एकमुश्त उनके बैंक खातों में हस्तांतरित भी किए जाएंगे।