ड्रग इंस्पेक्टर बताकर डाक्टरों व मेडिकल दुकानों से वसूली करने वाला गैंग पकड़ाया,

A gang that extorted money from doctors and medical shops by posing as drug inspectors was caught

दुर्ग 13 अक्टूबर 2024। खुद को इंस्पेक्टर बताकर वसूली करने वाले शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि दुर्ग जिला के धमधा में खुद ड्रग इंस्पेक्टर बनकर डॉक्टर और मेडिकल दुकानों पर चेकिंग और अवैध वसूली चल रही थी। मामले में पुलिस ने 5 शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। दरअसल ग्राम धुमा धमधा निवासी रघुनंदन प्रसाद वर्मा ने शिकायत दर्ज कराई थी कि वह खेती-किसानी का काम करता है।

उसका बेटा दिलेंद्र कुमार वर्मा ने तीन साल पहले लाइसेंस लेकर घर में मेडिकल दुकान खोली थी। गुरुवार दोपहर वह ग्राम सिलपट्टी में दशगात्र कार्यक्रम में शामिल होने गया था।उस दौरान दुकान में बैठे लड़के ने बताया कि एक शख्स ने कॉल कर खुद को ड्रग इंस्पेक्टर बताते हुए बिना लाइसेंस के दवा दुकान चलाने पर कार्यवाई के लिए धमकी दी है। इसके साथ ही खैरागढ़ कलेक्टोरेट में मिलने के लिए बुलाया है।

बेटे से बात खत्म होने के बाद रघुनंदन ने बहू को कॉल किया। उसने बताया कि स्कार्पियों (सीजी 17 केएच 8580) में पांच लोग सवार होकर घर आए और खुद को ड्रग इंस्पेक्टर बताकर मेडिकल दुकान में घुस गए। बिना लाइसेंस दुकान चलाने पर जेल भेजने की धमकी लेने लगे। इसके साथ जाते समय कुछ दवाएं सैम्पल के लिए साथ ले गए।

शाम को जब पीड़ित घर पहुंचा तो ग्राम खैरझिटी निवासी वैद्यराज जोहन लाल वर्मा से रघुनंदन ने पूरी बातें बतायी। उन्होंने ने भी स्कार्पियों में सवार होकर 5 लोगों के आने और खुद को ड्रग इंस्पेक्टर बताकर धमकाने की बात कही। साथ ही आयुर्वेदिक दवाओं के दो डिब्बे अपने साथ ले जाने की बात कही। बुजुर्ग की शिकायत के बाद पुलिस ने 5 आरोपियों की पहचान पंडरिया कवर्धा निवासी मनीष जंघेल, भूषण वर्मा, तारन वर्मा, टाकेश्वर जंघेल, अतेनमणी अंचित के रूप में हुई. पांचो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।